राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सालाना प्रतिवेदनों की सिफारिशों पर सालों से अमल न करने पर, मप्र विधानसभा की समिति नाराजगी जाहिर कर चुकी है; समिति ने सभी विधायकों से आयोग के सिफारिशों पर एक्शन टेकन रिपोर्ट तत्काल मांगी है; समिति ने आयोग के प्रतिवेदनों को 11 वर्ष बाद विधानसभा पटल पर रखे जाने पर भी नाराजगी जताई है;
विधानसभा समिति की नाराजगी के बाद थेटे लिखित में समिति को सपफाई दे चुके हैं; उन्होंने आश्वासन दिया है कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही नहीं की जाएगी; थेटे ने समिति से यह भी कहा कि वे एक साल पहले ही विभाग में आए हैं ऐसे में पिछले सालों के लंबित प्रतिवेदन की जानकारी उन्हें नहीं थी; उन्होंने बताया कि कैबिनेट कमेटी का कार्यकाल पूरा होने पर उसका पुनर्गठन न होने से यह प्रस्ताव 2017—18 में नहीं जा पाया; हमारा प्रस्ताव तैयार है, कैबिनेट कमेटी की मंजूरी के बाद इसे विधानसभा के पटल पर पेश कर दिया जाएगा;