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किसानों की आय दोगुनी करने का आखिर ढूंढ ही निकाला फार्मूला

locationभोपालPublished: May 08, 2018 07:29:40 am

Submitted by:

dinesh Binole

महानगरों की मंडियों में बेच रहे सब्जियां…

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Chance to go to china

भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के पास ही स्थित सीहोर सहित खंडवा, छतरपुर और बैतूल के करीब 125 किसानों ने अपनी सब्जियों के अच्छे दाम लेने का नया रास्ता अपनाया है। इन्होंने उद्यानिकी मूल्य अनुबंध योजना के तहत किसानों का एक क्लस्टर बना लिया।
इसमें शामिल किसान औसतन एक एकड़ खेत पर नेटशेड बनाकर तीन चार महीने में जैविक खेती से चार लाख रुपए तक कमा रहे हैं। एक किसान को एग्रीगेटर बनाया है, जो बाजार से मध्यस्ता करता है।
खंडवा, छतरपुर और बैतूल का खीरा, टमाटर, मिर्च आदि अहमदाबाद, नागपुर और दिल्ली की मंडियों में बेची जा रही हैं। किसानों के पास दिल्ली-मुंबई से एकमुश्त 4000 क्विंटल तक सब्जी के ऑर्डर आने लगे हैं।
स्टोर और वाहन हाईटेक

सीहोर के नसरुल्लागंज के किसानों के कलस्टर में कम लागत में अच्छे दाम मिलने के कारण यहां फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन का गठन तक कर लिया है। यह संगठन किसानों के लिए कोल्ड स्टोरेज, सब्जी के परिवहन के लिए एयरकूल्ड वाहन की व्यवस्था करने जा रहा है, ताकि किसानों की फसल दूर-दूर के महानगरों की मंडियों में बेचा जा सके।
इस क्लस्टर में शामिल किसान औसतन एक एकड़ खेत पर नेटशेड बनाकर तीन चार महीने में जैविक खेती से चार लाख रुपए तक कमा रहे हैं।

छतरपुर, सीहोर और खंडवा में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए कलस्टर फार्मिंग पर काम किया गया है। किसानों को एक एकड़ पर पहली फसल से दो से पांच लाख रुपए तक आय हुई है। एेसा अन्य जगह भी किया जाना है।
– सत्यानंद, संचालक, उद्यानिकी
किसानों ने एक एकड़ में तीन लाख तक की उपज ली है। दूसरी फसल अभी खड़ी है। यहां से हम अहमदाबाद के बाजारों में खीरा-ककड़ी और अन्य फसल बेच रहे हैं। बड़ी मंडियों में भाव भी अच्छे मिल रहे हैं।
महेंद्र सिंह राजपूत, एग्रीगेटर, खंडवा
कलस्टर फार्मिंग से किसानों को दो-तीन गुना अधिक आय मिलती है। हम नागपुर, अहमदाबाद, दिल्ली आदि शहरों में सब्जी सप्लाय करने के लिए एसी वेन खरीदने जा रहे हैं। कोल्ड स्टोरेज भी बनाएंगे।
– विनय यादव, एग्रीगेटर एवं सीईओ फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन, सीहोर
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