आंदोलन में महाराष्ट्र के संगठन होंगे शामिल
शिवकुमार शर्मा कक्का जी ने बताया कि राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रस्ताव पर राष्ट्रीय किसान महासंघ द्वारा किए जा रहे इस ग्राम बंद आंदोलन में देशभर के 60 संगठन शामिल होंगे। इसमें महाराष्ट्र के कई संगठन शामिल है। उन्होंने कहा कि 6 जून को मंदसौर में निर्दोष किसानों को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस लिए 1 जून से 10 जून तक मध्यप्रदेश के हर जिले में श्रृद्धांजलि सभा और उनकी आत्मा शांति के लिए हवन आदि पूरे देश में किए जाएंगे।
सब्जियों की हो सकती है किल्लत
ग्राम बंद आंदोलन को लेकर जानकारों का कहना है कि इस आंदोलन से मंहगाई तो बढ़ेगी ही, साथ ही किसानों को भी घाटा होगा। शहर में सब्जी, दूध और आनाज जैसे खाद्य पदार्थ समय पर नहीं पहुंचेगा। व्यापारी पहले से रखे माल को मनमानी तरीके से मंहगें दामों में बेचेंगे। इससे शहर में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे स्थिती में सरकार को अन्य विकल्पों का सहारा लेना पड़ेगा।
मंदसौर में किसानों पर हुई गोली बारी में मृतक किसानों की शान्ति के लिए किसान महासंघ के प्रस्ताव पर देशभर के 60 संघटनों को जोडा गया है। ये बात शिवकुमार शर्मा कक्का जी ने ग्राम बंद आंदोलन का ऐलान करते समय कही। कक्का जी बोले कि 1 जून से 10 जून तक यह आंदोलन चलेगा, इसमें सभी किसान संगठन शामिल होंगे।
बतादें की इसी साल 2018 में मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनाव होने को है, ऐसी स्थिती में ग्राम बंद आंदोलन से वोटों की राजनीति होगी। जानकारों का कहना है कि इस बार के चुनाव में पक्ष को मेहनत करने की जरूरत होगी। वहीं विपक्ष इस आंदोलन का लाभ भी लेंगे।