– शहर में ग्रीन बिल्डिंग सामग्री जैसे सौर पैनल और इलेक्ट्रिक वाहन बैटरी को प्रमाणित करने ग्रीन लैब तैयार करना था।
– भोपाल नगर निगम क्षेत्र में चयनित 33 कम कार्यक्षमता वाले पंपों की कार्यक्षमता बढ़ाना। इसमें राजाजी का कुआं पपिंग स्टेशन, ईदगाह डब्ल्यूटीपी, बैरागढ़ डब्ल्यूटीपी, याट क्लब, बैरागढ़ रॉ वाटर, कमला पार्क और फ तेहगढ़ में बादल महल शामिल है।
– सौलर रूफ टॉप सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए सौर एप विकसित करके लोगों पर पहुंचाना। – वृक्षों के बागान विकसित करके पानी के बहाव को नियंत्रित करना, ताकि शहरी इलाकों में बाढ़ को कम किया जा सके।
– इसके लिए पहले चरण में कलियासोत, जहांगीराबाद, लहारपुर, लहारपुर नाला, हताईखेड़ा, अपर लेक और पतरा नाला तक कुल 10.6 वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र लिया था।
– 50 बसों का परिचालन बायोगैस का उपयोग करना। बायोगैस 7 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स, 55 एमएलडी से उत्पादित करना थी।
– भोपाल में रूफ टॉप रेन वॉटर हार्वेस्टिंग को बढ़ावा देने के लिए इंटरैक्टिव ऐप तैयार करना था।
फेज 3 में गृह व्यवस्था और जल प्रबंधन करना। इसके लिए भी 2022- 2033 तक। इनका कहना स्मार्टसिटी के काम की लगातार समीक्षा की जा रही है। प्रमुख सचिव के माध्यम से हर प्रोजेक्ट पर हमारी नजर है और सभी प्रोजेक्ट को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाया जा रहा है। कहीं कमी है तो उसकी अतिरिक्त मॉनीटरिंग करेंगे।
– जयवद्र्धन सिंह, मंत्री शहरी आवास एवं विकास