घटना के बाद जानकारी देते हुए एक अतिथि शितक्षक ने बताया कि हमें जिंदा जलाने की कोशिश की गई है। रात में करीब दो बजे चार से पांच नकाबपोश लोग पंड़ाल में आए और पेट्रोल छिड़कर पंडाल में आग लगा दी। जब आग जलने लगी तो हम लोग पंडाल छोड़कर भागे। हम अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं इस कैंप में करीब 500 महिलाएं हैं। अतिथि शिक्षक ने बताया कि इस कैंप में करीब 1500 लोग हैं और हमें जिंदा जलाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि हम प्रशाशन से मांग करते हैं कि जिन लोगों ने ऐसा किया है उन्हें पकड़कर उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
मामले की जानकारी लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल इस मामले में प्रशासन की तरफ से अभी कोई बयान नहीं आया है। वहीं, एक दिन पहले अतिथि विद्वानों ने कहा था कि हम यहां एक महीने से ज्यादा समय से खुले आसमान में कड़कड़ाती ठंड में रात और दिन धरना दे रहे हैं लेकिन हमारे प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी फिल्म देख रहे हैं। अतिथि शिक्षकों ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि सरकार अपना वचन पूरा करे और हमें नियमित करें।