सार्वजनिक दुर्गा प्रतिमाओं के लिए कितना बड़ा पंडाल बना सकते हैं, इसको लेकर अभी तक कोई निर्देश नहीं आया है. नवरात्र के दौरान गरबा या डांडिया का आयोजन होगा या नहीं इसे लेकर भी असमंजस बना हुआ है. इतना ही नहीं, दशहरा उत्सव में चल समारोह निकलने की भी अनुमति को लेकर भ्रम है.
धार्मिक आयोजनों को लेकर प्रदेश सरकार ने 1 सितंबर को आदेश जारी किए थे. ये मुख्यत: गणेश उत्सव को लेकर जारी किए गए थे जिसमें पंडाल के साइज, चल समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि को लेकर खासी पाबंदियां लगाई गईं थीं. यदि ये पाबंदियां ही लागू रखी जाती हैं तो दशहरा उत्सव का माहौल कुछ फीका हो सकता है.
उपरोक्त निर्देशों के अनुसार दशहरा उत्सव के दौरान भी न तो चल समारोह निकाले जा सकेंगे और न ही नवरात्र में गरबा हो सकेंगे. हालांकि इस पर डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट द्वारा अंतिम फैसला लिया जाएगा, जोकि अभी तक लंबित है. इस संबंध में प्रदेश की राजधानी भोपाल में डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट का आदेश देर शाम तक आने की संभावना जताई जा रही है.
गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में तो 1 सितंबर को जारी की गई गाइडलाइन ही लागू है। गणेशोत्सव को लेकर जारी की गई इस गाइडलाइन में चल समारोह पर पाबंदी लगाने के साथ ही धार्मिक कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लागू है। यदि ये गाइडलाइन की लागू रहेंगी तो दुर्गा उत्सव समितियों के समक्ष खासी दिक्कतें आ सकती हैं.