गुजरात चुनाव पर मध्यप्रदेश की निगाह
गुजरात चुनाव केपहले चरण पर होने जा रहे चुनाव पर मध्यप्रदेश की भी निगाह लगी हुई है। क्योंकि सौराष्ट्र की 26 सीटों को जिताने का जिम्मा मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता नरोत्तम मिश्र को सौंपा गया है। इसके अलावा मध्य गुजरात का जिम्मा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को सौंपा गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मध्यप्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्र को बड़ी जवाबदारी देते हुए उन्हें गुजरात चुनाव के 26 विधानसभा सीटों की कमान सौंपी थी। उत्तरप्रदेश में भाजपा की जीत दिलाने में योगदान देने वाले नरोत्तम मिश्र को अब गुजरात चुनाव के सौराष्ट्र का जिम्मा है। वे लगातार वहां मेहनत करते रहे। वे अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री के साथ चुनाव प्रचार में व्यस्त रहे। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी मध्य गुजरात की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी दी गई है।
उत्तरप्रदेश चुनाव में किया था कमाल
कुछ समय पहले हुए उत्तरप्रदेश चुनाव में स्टार प्रचारकों में मध्यप्रदेश से कई नेताओं को भेजा गया था। उसमें मंत्री नरोत्तम मिश्र को भी उत्तरप्रदेश की बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी। यूपी में जीत के बाद नरोत्तम मिश्र को चुनाव मैनेजमेंट का मास्टर कहा जाने लगा। इसी के बाद उन्हें मोदी और अमित शाह के गृह राज्य की जवाबदारी दी गई।
इन्होंने किया था प्रचार
मध्यप्रदेश के भाजपा नेता डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश प्रवक्ता व सांसद आलोक संजर, सांसद चिंतामणि मालवीय और गणेश सिंह के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं ने कानपुर प्रांत के 17 जिलों की 52 विधानसभाओं का चुनावी जिम्मा संभाला है। इसके साथ ही मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला था।
ऐसा है नरोत्तम का राजनीतिक जीवन
डॉ नरोत्तम मिश्रा ने वर्ष 1977 एवं 78 में उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ ही राजनीति में भी दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया था। पहले जीवाजी विश्वविद्यालय के छात्र संघ के सचिव बने। डॉ. मिश्रा मिलनसार होने की वजह से लोगों के बीच आसानी से घुलमिल जाते हैं। उन्होंने राजनीति के मैदान में वर्चस्व कायम करते हुए अलग ही स्थान बनाया है।
छात्रसंघ के सचिव बनने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। सन 1978-80 में मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे।इसके बाद वर्ष 1985 -87 में मध्यप्रदेश भाजपा की प्रांतीय कार्यकारिणी के सदस्य बने। डॉ मिश्रा 1990 में विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए तथा लोक लेखा समिति के सदस्य रहे थे। इसके बाद डॉ मिश्रा वर्ष 1990 में विधानसभा में सचेतक भी रहे। वह वर्ष 1998 में दूसरी बार, वर्ष 2003 में तीसरी बार वर्ष 2008 में चौथी तथा वर्ष 2013 में पांचवी बार मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए।
यह है आज की स्थिति
गुजरात विधानसभा चुनाव पहले चरण के लिए वोटिंग चल रही है।इस चुनाव में 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान किया जा रहा है। इस चुनाव में 977 उम्मीदवार लड़ रहे हैं। इनकी किस्मत का फैसला 2 करोड़ 12 लाख मतदाता करेंगे। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी, मंत्री बाबू बोखिरिया और कांग्रेस के दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया समेत कई बड़े नेताओं का चुनाव भी पहले चरण में हो रहा है।
इन जिलों में चल रहा है मतदान
पहले चरण में गुजरात के कच्छ, सुरेंद्रनगर, मोराबी, राजकोट, जामनगर, देवभूमि, द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरोली, भावनगर, बोटाड, नर्मदा, भरूच, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिले की 89 विधानसभा सीटें हैं।
सौराष्ट्र-कच्छ और दक्षिण गुजरात
गुजरात के सियासी रण के लिए पहले चरण का मतदान बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.
-सौराष्ट्र में वर्तमान में 54 सीटें है।
-दक्षिण गुजरात में 35 विधानसभा सीटें हैं।
-2012 के चुनाव में सौराष्ट्र में भाजपा ने 34 सीटें जीती थीं।
-कांग्रेस ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की थी।