Big Breaking: मोदी के खास व्यक्ति को बनाया नया राज्यपाल, जानिए किसने ली यहां शपथ
Big Breaking: मोदी के खास व्यक्ति को बनाया नया राज्यपाल, जानिएं किसने ली यहां शपथ

भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बार फिर प्रभारी राज्यपाल ने शपथ ली। गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली को मध्यप्रदेश का प्रभार सौंपा गया है। मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल यूरोप की निजी यात्रा पर है। उनके आने के बाद कोहली रिलीव हो पाएंगे।
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल परिवार के साथ यूरोप दौरे पर गई हैं। वे 15 दिनों तक यूरोप में रहेंगे। नियम के मुताबिक दस दिन से ज्यादा अवकाश पर जाने की स्थिति में राज्यपाल को बदलना पड़ता है।
शपथ ग्रहण में शामिल हुए सीएम, कैबिनेट मंत्री
कोहली के शपथ ग्रहण के मौके पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कैबिनेट के मंत्री, विधायक भी शामिल हुए। शपथ ग्रहण के बाद ओपी कोहली गुजरात के लिए रवाना हो गए।
अब शुरू हुई बयानबाजी
राज्यपाल को बदलने के पीछे कई प्रकार की अटकलों का दौर शुरू हो गया है। बताया जा रहा है कि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल राज्य सरकार पर नकेल कस रही थीं। वे सरकार की योजनाओं की निगरानी कर रही थीं। इसलिए उन्हें छुट्टी पर भेजे जाने की चर्चा है। हालांकि भाजपा ने इन चर्चाओं का खंडन करते हुए कहा है कि वे पारिवारिक यात्रा पर गई हैं उन्होंने अवकाश लिया है। यूरोप में उनकी पूरी फैमिली रहती हैं। वे वहां से मध्यप्रदेश के लिए भी कुछ लेकर आएंगी।

सितंबर 2016 में आए थे कोहली
सितंबर 2016 में भी जब मध्यप्रदेश में रामनरेश यादव का कार्यकाल पूरा हुआ था तो गुजरात के राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली को कार्यवाहक राज्यपाल बनाया गया था। तब उन्होंने 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। उनका कार्यकाल 8 सितंबर 2016 से 22 जनवरी 2018 तक रहा।
मोदी के खास माने जाते हैं कोहली
बताया जाता है कि ओपी कोहली, आनंदीबेन पटेल आदि नेता मोदी की गुड लिस्ट में हैं और बेहद विश्वसनीय लोगों में से हैं। इसलिए इन्हें मध्यप्रदेश में राज्यपाल का जिम्मा दिया गया है।
पहली बार हुआ यहां ऐसा
मध्यप्रदेश में यह पहली बार ऐसा मौका है जब किसी गनर्नर के अवकाश पर जाने के कारण दूसरे राज्य के राज्यपाल को शपथ दिलाई गई हो।

दोबारा शपथ लेंगी आनंदीबेन पटेल
नियम के मुताबिक अवकाश ले लौटने के बाद आनंदीबेन पटेल को दोबारा मध्यप्रदेश के राज्यपाल पद की शपथ लेना होगी। वे दो जून तक अवकाश पर हैं। वे तीन जून को भोपाल आ जाएंगी। सूत्रों के मुताबिक उनके अवकाश पर जाने की सूचना राष्ट्रपति को भी दे दी गई थी।
पांच बार कार्यवाहक राज्यपाल मिले
मध्यप्रदेश में 1966 के बाद से अब तक 5 बार कार्यवाहक राज्यपाल मिल चुके हैं। इसमें से चार बार न्यायाधीश को भी गवर्नर का प्रभार दिया गया था। पहली बार किसी दूसरे राज्य के गर्वनर को शपथ दिलाई गई।
यह है MP के प्रभारी राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली
आनंदीबेन के अवकाश पर जाने के बाद फिलहाल गुजरात के राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। कोहली को बतौर लेखक और शिक्षाविद के तौर पर पहचाना जाता है। जुलाई 2014 में गुजरात के 24वें राज्यपाल के रूप में उन्होंने पदभार ग्रहण किया था। वे 1994 से 2000 तक बीजेपी की ओर से राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं। कोहली ने दिल्ली के हंसराज कॉलेज तथा देशबंधु कॉलेज में व्याख्याता के पद पर 37 साल से अधिक वर्षों तक कार्य किया है।
जेल में रह चुके हैं ओपी कोहली
आपातकाल के दौर में ओपी कोहली मीसाबंदी थे। वे एक अच्छे लेखक भी हैं। 1994 से 2000 तक राज्यसभा के सदस्य मनोनित हुए थे। उनका अधिकतर कार्यकाल 37 साल तक लेक्चरशिप करने का भी है।
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