इंदौर सीट कवर के सामने की लाइन से लेकर मल्टीलेवल पार्किंग और बैंक स्ट्रीट से लेकर ज्योति टॉकीज और रेलवे स्टेशन की लाइन तक में इक्का दुक्का संख्या में ये फैल गई है। पे्रस कॉम्प्लेक्स, विजय स्तंभ के आसपास और भोपाल विकास प्राधिकरण के कार्यालय के आसपास तक ये गुमठियां रखकर कारोबार शुरू हो गया है।
गौरतलब है कि निगम प्रशासन ने तो अरेरा हिल्स पर सरकारी प्रेस कार्यालय के सामने की लाइन में पीडब्ल्यूडी की रोड पर इन गुमठियों के लिए स्थाई स्थान निकालने की कवायद कर दी थी। पीडब्ल्यूडी के विरोध के बाद ये काम फिलहाल रूका है।
गौरतलब है कि निगम ने करीब तीन माह पहले जोन एक में अतिक्रमण व अवैधतौर पर रखी गई इन गुमठियों के खिलाफ लगातार व बड़ी कार्रवाई की थी। पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह तक इनके बचाव में रोड पर उतरे, निगम मुख्यालय का घेराव किया, लेकिन किसी की नहीं सुनी गई। करीब 400 गुमठियों को हटाया गया था। काफी विवाद हुआ, एमपी नगर में निगम प्रशासन के खिलाफ रैली तक निकाली गई, लेकिन सुनवाई नहंी की। अब निगम प्रशासन पूरी तरह से शांत हो गया और गुमठियां पहले की तरह बेखौफ कारोबार शुरू कर दिया है।
एमपी नगर में गुमठियों के 12 नए स्थान
पुराने स्थान के साथ गुमठियों ने नए स्थान भी चुन लिए हैं। क्षेत्रीय व राजनीतिक रसूख ही वजह है कि मानसरोवर से लेकर बीआरटीएस सर्विस रोड के साथ सरगम टॉकीज और रेलवे लाइन की और तक नई गुमठियां नजर आने लगी है। अपर आयुक्त कमल सोलंकी का कहना है कि जिला प्रशासन से गुमठियों को विस्थापित करने जमीन लेने की कवायद की जा रही है। जल्द ही अवैध गुमठियों से पूरा क्षेत्र पूरी तरह मुक्त होगा।