डीआरएम ने पंचायत को विश्वास दिलाया कि संत हिरदाराम नगर स्टेशन का विस्तार और विकास कर यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। पंचायत ने 9 सूत्रीय मांग पत्र रखते हुए कहा कि संत हिरदाराम नगर प्रदेश का प्रमुख व्यापारिक केन्द्र है, जहां अकेले कपड़े की 500 दुकाने हैं, जबकि 50 से अधिक बर्तन की थोक दुकानें हैं। जिनका अधिकांश कारोबार मुम्बई से होता है। इसलिए इस ट्रेन को संत हिरदाराम नगर स्टेशन से संचालित करने की जरूरत है।
पंचायत ने कहा कि वर्तमान में संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर जयपुर-चैन्नई, जबलपुर-सोमनाथ, मालवा एक्सप्रेस सहित अन्य सुपर फास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों का स्टापेज दो मिनिट से अधिक नहीं है। ऐसे में कोच ढूंढने में कई बार ट्रेन मिस हो जाती है। इसलिए दोनों प्लेटफार्म पर कोच गाइडेंस की स्थापना की जाए।
प्लेटफार्म की मरम्मत कराने की जरूरत
स्टेशन के दोनों प्लेटफार्म की हालत जर्जर है। प्लेटफार्म-2 के टाइल्स उखड़ रहे हैं फर्श की मरम्मत कराई जाए। स्टेशन पर दो रिजर्वेशन के काउंटर हैं, जबकि यहां 6 काउंटर होना चाहिए। प्लेटफार्म पर ट्रेन की लम्बाई के अनुरूप शेड बनाए जाएं।
पानी, अन्य व्यवस्थाओं का रखा जाए ध्यान
प्लेटफार्म पर छह स्थानों पर स्वच्छ पानी की व्यावस्था की जाए। इसके साथ ही नए टायलेट बनाए जाएं और सफाई की समुचित व्यवस्था हो। स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित किया जाए और यहां से नई ट्रेनों को प्रारंभ किया जाए।
लंबी दूरी की 16 ट्रेनों का हो स्टापेज
संतहिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन पर लम्बी दूरी की 16 ट्रेनो का स्टापेज नहीं है, जिनकी सूची इस पत्र के साथ नीचे संलग्न की जा रही है। इन ट्रेनों का स्टापेज इस स्टेशन पर किया जाए। यहां प्रकाश मीरचंदानी, एनडी खेमचंदानी, सुरेश जसवानी, रमेश हिंगोरानी एवं नितीश लाल ने डीआरएम का का हारफूलों से स्वागत किया।