आनुवंशिकी लक्षण को खत्म करना कठिन
डॉ. सुधीर पांडेय का कहना है कि आनुवंशिकी लक्षण को खत्म करना कठिन होता है। वहीं पौष्टिक आहार से बालों के टूटने की समस्या को खत्म किया जा सकता है। बालों का टूटन यह बहुत धीमी प्रक्रिया है। और इसे समय रहते रोका जा सकता है। उनका कहना है कि जीवनशैली, खान-पान, प्रदूषित वातावरण, हार्मोनल के बदलाव से कम उम्र में ही लोग इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं। दूसरा हर दिन बालों को शैम्पू करना भी बाल टूटने का बड़ा कारण है।
बाल टूटने से रोकने के घरेलू नुस्खे ( Hair Fall treatment Tips )
बालों को टूटने से रोकने के लिए विटामिन सी और विटामिन डी की आवश्यकता होती है। जिसकी पूर्ति खाद्य पदार्थों से होती है। लेकिन समय पर इसकी पूर्ति न हो पाने पर बालों को टूटने से रोकने के लिए जैतून के तेल को हल्का गरम कर, इसमें 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर लेप बना ले और नहाने से 15 मिनट पहले बालों पर लगायें, इस नुस्खे से बाल गिरना बंद हो जायेंगे।
वहीं यदि बालों में रूसी तो इसके लिए कच्चा पपीता सर में लगाने से फायदा होता है। समय पर रूसी न हटने से बाल कमजोर हो जाते है और बाल टूटना शुरू हो जाता है। इसलिए बालों के टूटने के बाद आयुर्वेद डॉक्टर की सलाह जरूरी लें।
इन बातों का भी ध्यान रखें
बालों का नियमित देखभाल करें। बालों को रगड़कर पोछना या गीले बालों पर कंघी करना गलत है।
बालों को धूल और धूप से बचाना बहुत जरूरी है। गीले बालों में कंघी या ब्रश का प्रयोग न करें
रोज न लगाएं बालों में तेल, धूल और धूप से बालों को बचाएं।
केमिकल रहित शैंपू कंडीशनर का प्रयोग करें।
त्रिफला की मदद से भी बाल टूटने को रोक सकते हैं।