हज कमेटी ऑफ इंडिया, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार सऊदी रियाल की कीमत बढऩे के कारण हज पर होने वाले विभिन्न मदों के खर्च में सऊदी सरकार द्वारा राशि बढ़ा दी गई है। इसका भुगतान सभी चयनित हज यात्रियों को अपनी श्रेणी के हिसाब से करना होगा। चयनित हज यात्रियों को यह राशि हज कमेटी ऑफ इंडिया के भारतीय स्टेट बैंक के खाते या यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के खाते में पूर्वानुसार निर्धारित पे इन स्लिप के माध्यम से जमा करनी होगी। 10 जुलाई तक राशि जमा न करने की स्थिति में उड़ान की तिथि निर्धारित नहीं हो सकेगी।
किस श्रेणी के यात्री को कितनी राशि करनी होगी जमा
इसके लिए अलग-अलग श्रेणी के यात्रियों को राशि जमा करनी होगी। ग्रीन केटेगिरी के वह हज यात्री जिन्हें रूबात की सुविधा नहीं मिली है, उन्हें प्रति हज यात्री 7750 रुपए, अजीजिया केटेगिरी जिन्हें रूबात की सुविधा नहीं मिली है उन्हें
7150 रुपए, ग्रीन केटेगरी के हज यात्री जिन्हें मदीना रूबात की सुविधा मिली है उन्हें 8,350, अज़ीजिय़ा केटेगरी के हज यात्री जिन्हें मदीना रूबात की सुविधा मिली है उन्हें 7,750, वह हज यात्री जिन्हें केवल मक्का रूबात की सुविधा मिली है उन्हें 6,350 और वह हज यात्री जिन्हें मक्का एवं मदीना में रूबातों की सुविधा मिली है उन्हें 6,950/- प्रति हज यात्री के हिसाब से राशि जमा करानी होगी।
इसी तरह वह हज यात्री जिन्होंने अदाही कूपन से कुरबानी का विकल्प चुना है, उन्हें अब कुरबानी की कुल रकम 8,508 रुपए जमा करनी होगी। यह राशि भी 10 जुलाई तक ही जमा होगी। इसी तरह वह यात्री जिन्होंने जोहफा विकल्प चुना है, उन्हें बढ़ी हुइ्र रकम 31 रुपए और जमा करना होगा।