तीन घंटे काम बंद रखा
पश्चिम बंगाल में जूनियर डॉक्टर पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को राजधानी समेत प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर रहे। हमीदिया अस्पताल के 250 से अधिक जूनियर डॉक्टर्स ने तीन घंटे काम बंद रखा।
यहां वहां भटकना पड़ा
इस दौरान हमीदिया अस्पताल में अव्यवस्थाएं फैल गईं। मरीजों को इलाज के लिए यहां से वहां भटकना पड़ा। ओपीडी में कंसलटेंट तो मौजूद थे लेकिन जूडा के नहीं होने से मरीजों की भीड़ बढ़ गई। हालात यह हुए कि मरीजों को तीन से चार घंटे तक यहां वहां भटकना पड़ा।
कंसल्टेंट ने संभाली ओपीडी, तो ओटी बंद
हमीदिया में दो दर्जन से ज्यादा ऑपरेशन टल गए, केवल दो ऑपरेशन हुए। सुल्तानिया में रोजाना 20 से ज्यादा ऑपरेशन होते है लेकिन शुक्रवार को चार ही हुए।
इमरजेंसी में मौजूद रहे जूनियर डॉक्टर
जूडा ने ओपीडी का बहिष्कार किया था, वे इमरजेंसी ड्यूटी में मौजूद रहे। जूडा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सचेत सक्सेना ने बताया कि कोलाकाता में हुई घटना कहीं भी हो सकती है। जब तक हमलों को रोकने के लिए सरकार ठोस कदम नहीं उठाएगी विरोध जारी रहेगा। फिलहाल हमने सांकेतिक हड़ताल है।
यह रही स्थिति…
हमीदिया अस्पताल
ओपीडी 2678
आइपीडी 74
ऑपरेशन 10
सुल्तानिया अस्पताल
ओपीडी 759
आइपीडी 11
ऑपरेशन 18