scriptपॉश कॉलोनियों के फुटपाथ पर हाथ ठेले और पार्किंग की जगह तन गईं गुमटियां | Handed over the pavement of the posh colonies and huddled in place of | Patrika News

पॉश कॉलोनियों के फुटपाथ पर हाथ ठेले और पार्किंग की जगह तन गईं गुमटियां

locationभोपालPublished: Oct 24, 2018 08:58:49 am

Submitted by:

Radhyshyam dangi

हरियाली पर भी नहीं दिया ध्यान, बढ़ रहा प्रदूषण

भोपाल. राजधानी का मध्य विधानसभा क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक पॉश कॉलोनियां और एमपी नगर जैसा व्यवसायिक क्षेत्र हैं। लेकिन यहां के फुटपाथ पर चाट-चौपाटियों ने आकार ले लिया। शाहपुरा सी सेक्टर से लेकर लक्ष्मी टॉकिज तक आम लोगों के लिए पार्र्किंग की जगह नहीं है।
एमपी नगर की पार्र्किंग में भी गुमटियां तान दी गई। एमपी नगर में व्यापारी, कोचिंग संस्थान, बैंक आदि से जुड़े लोग पार्र्किंग को लेकर परेशान है। अरेरा कॉलोनी की आंतरिक सडक़ों पर भी अतिक्रमण बढ़ते जा रहा है।
इस क्षेत्र में काफी आबादी कर्मचारी वर्ग की है और व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी काफी होने के बावजूद यहां सुविधाएं नहीं हैं। क्षेत्र की आंतरिक सडक़ें जर्जर है। १२ नंबर बस स्टॉफ के पास इंदिरा नगर में मल्टी बनाई गई हैं लेकिन यहां समस्याओं का अंबार लगा हुआ है।

मंगलवार को १२ नंबर बस स्टॉप निवासी आरके अग्रवाल ने बताया कि क्षेत्र में विकास तो हुआ नहीं, उलट पेड़ों की अंधाधूंध कटाई की गई। पिछले पांच साल में ८०० पेड़ काटे गए। बेतरतीब ट्रैफिक होने से प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
सडक़ों पर चलने की जगह नहीं होती। आशिष बंसल का कहना है कि जगह-जगह फूटपाथ पर कब्जा कर लिया गया है। ११०० हनुमान मंदिर के आसपास, कैंपियन स्कूल, एमपी नगर, अरेरा कॉलोनी की सडक़ें, जहांगीराबाद सहित जहां देखों गुमटियां नजर आती है।
अब इन्हें हटाना मुश्किल है। गणेश सेन का कहना है कि जितनी चौड़ी सडक़ें हैं, उतनी ही खराब है। गंदगी के कारण पूरा क्षेत्र परेशान हो रहा है। महेंद्र मिश्रा का कहना है कि क्षेत्र में काम करने के लिए भूमि पूजन तो किया गया, लेकिन काम नहीं हुआ। जब-जब काम के बारे में अधिकारियों से बातचीत की गई तो आश्वासन ही मिला।
क्षेत्र की सीवेज समस्या और शाहपुरा झील में मिलने वाले नालों के ट्रीटमेंट के लिए शाहपुरा के पास सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जाना था। इसकी डीपीआर भी बनाई गई। प्रस्ताव आगे बड़ाया गया तो रातों-रात इसमें बदलाव कर दिया गया। अब इसे शैतान सिंह मार्केट के पास बनाया जा रहा है। यहां इसकी इतनी उपयोगिता नहीं हैं, जितनी शाहपुरा झील के नालों को नियंत्रित करने के लिए था। इसको लेकर भी जनता में आक्रोश है।
क्षेत्र के बड़े मुद्दे
१. अवैध गुमटियां-हाथ ठेले- मध्य विधानसभा में १२ नंबर से लेकर कैंपियन स्कूल, मनीषा मार्केट, बंसल अस्पताल, ११०० क्वॉटर, अरेरा, प्रेस काम्प्लेक्स, सरगम टॉकिज, आमेर-रेसीडेंसी और डीबी मॉल के सामने की पार्र्किंग की जगह नई गुमटियां लगाई गई।
क्षेत्र के पांच बड़े मुद्दे-
२. अपराध- अरेरा कॉलोनी सहित अन्य आवासीय कॉलोनियों में अवैध बाजार लगने से महिलाओं की सुरक्षा को लेकर खतरा बढ़ा है। अरेरा कॉलोनी में वरिष्ठ नागरिक और रिटायर्ड अफसर निवास करते हैं, जहां की भी शांति भंग हो गई। एमपी नगर में कोचिंग संस्थानों के कारण छात्राओं की आवाजाही अधिक है, लेकिन अपराध नियंत्रण कमजोर है।
३. पार्र्किंग- एमपी नगर जोन-१ व २ के साथ ही जहांगीराबाद, लक्ष्मी टॉकिज, तलैया, जिंसी आदि क्षेत्र में पार्र्किंग बड़ा मुद्दा है। एमपी नगर में कुछ जगह स्मार्ट बनाई गई, लेकिन यह जगह पर्याप्त नहीं है।
४. गंदगी- क्षेत्र में गंदगी बड़ी समस्या है। यहां जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा हुआ है। रहवासी परेशान है।
५. नई झुग्गियों की बसाहट- क्षेत्र में पुराने शहर के विस्थापित और अन्य लोगों को प्रश्रय दिया जा रहा। मीरा नगर सहित कई बस्तियों में नई झुग्गियां बसाई गई, जहां असामाजिक गतिविधियां बढ़ी हैं। इनमें बिजली-पानी की भी समस्या हैं।

मैंने गुमटियां लगवाई यह कहना बिलकुल गलत है। सालों से लोग व्यवसाय कर रहे हैं, उन्हें हटाने पर मैंने विरोध किया है। मेरा कहना है कि हटा रहे हैं तो उन्हें हॉकर्स कार्नर बनाकर विस्थापित कर दें। बेरोजगारी इतनी है कि परिवार चलाने के लिए लोग धंधा करेंगे ही। पार्र्किंग की बड़ी समस्या है, लेकिन एमपी नगर में मल्टी लेवल पार्र्किंग बनाई जा रही है। पहले से तो बेहतर ही होगा।
सुरेंद्र नाथ सिंह, क्षेत्रीय विधायक

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