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यहां जानिए हंता वायरस के लक्षण
हंता वायरस को लेकर हुए शोध में सामने आया कि, ये संक्रमण चूहों से इंसानों में फैलता है। किसी व्यक्ति का संपर्क चूहे के मल, मूत्र या लार से होता है तो उस व्यक्ति को हंता वायरस होने का खतरा बन जाता है। हालांकि अब तक सामने आई जांचों के खुलासे में ये बात सामने नहीं आई है कि, हंता वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में जाता है। हंता के संक्रमण का पता लगने में एक से आठ हफ्तों का समय भी लग सकता है। अगर कोई व्यक्ति हंता संक्रमित है, तो उसे बुखार, दर्द, सर्दी, बदन दर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है। संक्रमित व्यक्ति की हालत में अधिक बिगाड़ आने पर उसके फेफड़ों में पानी भरने के साथ, सांस लेने में तकलीफ़ हो सकती है।
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जानलेवा है ये संक्रमण
हालांकि, ये संक्रमण कोरोना से पहले से लोगों में नजर आ रहा है। जनवरी 2019 में हंता से संक्रमित 9 लोगों की पेटागोनिया में मौत हो गई थी। इसके बाद पर्यटकों को आगाह भी किया गया था। एक अनुमान के मुताबिक़, हंता वायरस से संक्रमित लोगों के अब तक 60 मामले सामने आ चुके हैं। एक शोध टीम ने दावा किया है कि, हंता वायरस होने पर मृत्युदर 38 फीसदी होती है, क्योंकि इस बीमारी का अब तक कोई कोरोना की तरह कोई पर्याप्त ट्रीटमेंट नहीं है। जबकि, कोरोना की मृत्युदर औसत 2 फीसदी है।