– पीने के 10 मिनट बाद
कोल्ड ड्रिंक पीने के शुरुआती दस मिनट में ही शरीर में 10 चम्मच के बराबर चीनी चली जाती है। इतनी चीनी गटकने के बाद भी आप फौरन उल्टियां नहीं करते, क्योंकि इसमें फॉस्फोरिक एसिड होता है, जो स्वाद को बनाए रखता है।
– पीने के 20 मिनट बाद
अत्यधिक चीनी से इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसे लिवर फौरन वसा में बदलने लगता है। शरीर में शर्करा की अधिकता से आप धीरे-धीरे चिड़चिड़े और सुस्त होने लगते हैं। आपकी हालत नशे में धुत व्यक्ति जैसी हो जाती है। लगातार कोल्ड ड्रिंक पीने की आदत से शरीर में पानी की कमी, दांत और हड्डियां कमजोर होने लगते हैं।
-पीने के 40 मिनट बाद
शरीर में कैफीन जब पूरी तरह से घुल जाता है, तो आंखों की पुतलियां फैलने लगती हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और लिवर, शरीर में मौजूद अधिक शर्करा को रक्तधमनियों में भेजने लगता है।
-पीने के 45 मिनट बाद
दिमाग में डोपामाइन रसायन का स्राव अत्यधिक बढऩे से व्यक्ति को हेरोइन के नशे जैसा अहसास होने लगता है।
-डाइबिटीज और मोटापा
हॉवर्ड रिसर्चर्स के अनुसार, कोल्ड ड्रिंक्स पीने वाले लोगों में 1.6 टाइम्स ओबेसिटी की रिस्क बढ़ जाती है। ऐसे लोग, जो रोजाना कोल्ड ड्रिंक्स पीते हैं, उन्हें दो तरह की डाइबिटीज के शिकार होने की आशंका 80 प्रतिशत बढ़ जाती है।
-क्या कहती हैं डॉयटीशियन
डॉयटीशियन रश्मि श्रीवास्तव बताती हैं कि कोल्ड ड्रिंक से बॉडी में एसिड बढ़ जाता है। इसमें शुगर की मात्रा भी ज्यादा होती है, जो न सिर्फ फैट को बढ़ाती है, बल्कि दूसरे नुकसान भी पहुंचाती है। एक कैन कोल्ड ड्रिंक 400 कैलोरी इंक्रीज करती है। यह बैड कैलोरी होती है, जो बॉडी के लिए बेहद नुकसानदायक होती है। नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक पीने से फैटी लिवर नाम की बीमारी बढऩे लगती है।