भोपालPublished: Jun 07, 2023 07:48:31 pm
Roopesh Kumar Mishra
- पत्रिका के खुलासे के बाद संभाग आयुक्त और कलेक्टर ने गठित की थी कमेटियां
भोपाल@ सूबे के आदिवासी जिले डिंडोरी में 54 हायर सेकंडरी स्कूलों में स्मार्ट क्लास बनाने के नाम पर दोगुने से ज्यादा दामों पर हुई खरीदी को घोटाला उजागर होने के 5 महीने बाद भी जांच किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। बता दें पत्रिका स्मार्ट घोटाले को प्रमुखता के साथ उजागर किया था और बताया था कि कैसे पूरी खरीदी प्रक्रिया में गड़बड़झाला किया गया। जिसके बाद दो कमेटियां गठित की गई थी। पहली कमेटी संभागीय आयुक्त ने गठित की थी जिसकी जांच की जिम्मेदारी एडिशनल कमिश्नर अमर बहादुर सिंह को सौंपी थी। तो वहीं दूसरी कमेटी कलेक्टर ने संयुक्त अध्यक्षता की कमेटी में बनाई थी। लेकिन हैरानी की बात ये है कि द्विस्तरीय कमेटी गठित होने के बाद भी पूरा घोटाला जांच की आंच के फेर में फंसा हुआ है। पांच महीने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। और अधिकारी इस पूरे मामले पर अपनी- अपनी अनभिज्ञता प्रकट कर रहे हैं।