कई जगहों पर तो बाढ़ जैसी स्थिति का सामना भी करना पड़ रहा है। पिछले 24 घंटों के दौरान भी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश देखी गई। जबकि सिवनी में 65 मिमी, शाजापुर में 19 मिमी, रतलाम में 18 मिमी, खंडवा में 12 मिमी, भोपाल में 11 मिमी, धार में 6 मिमी और इंदौर में 1 मिमी बारिश हुई। बैतूल, छिंदवाड़ा, गुना, टीकमगढ़ और सीधी जिलों में हल्की बारिश हुई।
क्या कहता है मौसम विभाग
मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती संचरण का भी औसत समुद्र तल से ऊर्वधर कम हुआ है जो अब 2.1 किमी ऊपर तक ही फैला हुआ है। इसके प्रभाव के कारण, अगले 24 घंटों के दौरान पश्चिम मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। वहीं 2 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक मध्य प्रदेश सहित मध्य भारत में एवं उत्तर-पश्चिम भारत के प्रमुख भागों में कुछ स्थानों पर वर्षा गतिविधियां बनी रहेंगी।
यहां हो सकती है भारी बारिश
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मध्य प्रदेश के आगर, राजगढ़, शाजापुर, गुना, अशोकनगर, नीमच, मंदसौर, दतिया, शिवपुरी, श्योपुरकला, टीकमगढ़ और छतरपुर में तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
14 के बाद होगी मानसून की विदाई
हर साल अगस्त के अंत में या सितंबर मध्य तक मानसून की विदाई हो जाती है, लेकिन इस बार बारिश ने लोगों को परेशान कर रखा है। पूरे मध्य प्रदेश में इतनी बारिश होने के पीछे मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बनने वाले निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण मानसून अब तक सक्रिय है। यह 14 अक्टूबर से 24 अक्टूबर के बीच विदा हो पाएगा।
यहां पर भी गिरा तापमान
बता दें कि शारदीय नवरात्रि के मौके पर मध्यप्रदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु वैष्णोदेवी यात्रा पर जाने वाले हैं। उनके लिए यह अच्छी खबर है कि वहां के तापमान में कमी आई है। कटरा का तापमान 23.6 डिग्री पर है, वहीं त्रिकुट पर्वत पर तापमान तापमान 16 डिग्री के करीब पहुंच गया है। जम्मू का तापमान भी 26 डिग्री पर पहुंच गया है। यहां फिलहाल बादलों का डेरा है।