मौसम विभाग ( IMD ) की तरफ से अगले 48 घंटों के दौरान कई क्षेत्रों में तेज बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। उसका कहना है कि पिछले दिनों से कमजोर पड़ा मानसून अब मजबूत हो गया है, जो उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है।
कहां कब गिरेगा पानी
-मौसम विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र से लेकर मध्य प्रदेश तक तेज बारिश की संभावना है। मध्यप्रदेश के भोपाल में 26 जुलाई से बारिश का दौर शुरू हो रहा है। इस दिन गरज चमक के साथ बारिश होने की उम्मीद है, जबकि 30 जुलाई तक लगातार बारिश का अनुमान है।
-ग्वालियर का तापमान फिलहाल 39 डिग्री पर है, जबकि 26 जुलाई से यहां बारिश की संभावना है। यह 30 जुलाई तक लगातार जारी रह सकती है। इस कारण चार डिग्री तापमान में कमी आएगी।
-मध्यप्रदेश के जबलपुर में भी 26 जुलाई से तेज बारिश का अनुमान है। 30 जुलाई तक लगातार बारिश का अनुमान है। फिलहाल 37 डिग्री तापमान चल रहा है, जो 30 जुलाई तक 6 डिग्री कम हो जाएगा।
-इंदौर में भी तापमान 35 डिग्री है, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री है। यहां भी 26 जुलाई से लगातार बारिश होने का पूर्वानुमान है। यहां का तापमान चार डिग्री तक कम हो जाएगा।
-सागर संभाग के जिलों में भी 26 जुलाई से भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। यहां भी 30 जुलाई तक लगातार बारिश होगी। इसके अलावा अधिकतम तापमान 35 डिग्री बना हुआ है, जो 32 डिग्री के नीचे आ सकता है।
यहां भी है बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक देश के कोंकण तटीय इलाकों में जमकर बारिश का अनुमान है, वहीं गोवा में बेहद तेज बारिश हो सकती है। यदि देश के बाकी इलाकों की बात करे तो मध्यप्रदेश से लगे उत्तरप्रदेश, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार और तटीय कर्नाटक में तेज से भी भारी बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा मध्यप्रदेश समेत पश्चिम राजस्थान, केरल, दक्षिणी कर्नाटक, मध्य महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर पूर्वी राज्यों में तेज बारिश होगी।
कृषि मंत्री बोले अच्छी बारिश का पूर्वानुमान
देश के कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हाल ही में कहा है कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जून से सितम्बर तक पूरे देश में सामान्य बारिश होने की संभावना है। खरीफ 2019 के दौरान अब किसी भी राज्य सरकार ने सूखे के लिए आर्थिक मदद के लिए कोई जानकारी नदीं दी है। हालांकि मानसून में देरी हुई है, खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो गई है। उत्पादन गिरने का अनुमान नहीं है। तोमर ने कहा कि मानसून पूर्व कम बारिश से सूखे की स्थिति उत्पन्न होगी, लेकिन सरकार पूरी निगरानी रख रही है और सूखे से निपटने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है।