प्रदेशभर में रात और दिन के तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव दिख रहा है, लेकिन सर्दी के तेवर में खास बदलाव नहीं है। मंगलवार को प्रदेश की राजधानी भोपाल में न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री दर्ज किया जोकि सामान्य स्तर से दो डिग्री कम है। अधिकतम तापमान में भी सोमवार की अपेक्षा एक डिग्री की गिरावट हुई और 22.7 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य स्तर से तीन डिग्री कम रहा। ठंड का असर दिल के मरीजों पर सबसे ज्यादा हो रहा है. हार्ट अटैक के अनेक मामले सामने आ रहे हैं.
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हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के बीच चिकित्सकों ने अहम बात बताई है. हमीदिया के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस मीना का कहना है कि जबर्दस्त ठंडवाले ऐसे मौसम में सुबह 4 से 6 बजे के बीच अटैक ज्यादा आते हैं। दरअसल तेज ठंड में खून गाढ़ा होने से दिल तक जाने वाली एक या एक से अधिक धमनियों में रुकावट आ जाती है। इससे मांसपेशियों में ऑक्सीजन की कमी हो जाती है। डॉ. मीना के मुताबिक इस अवधि में सतर्क बने रहना चाहिए और जरा सी भी दिक्कत आने पर तुरंत डॉक्टर्स के पास जाना चाहिए. इससे खतरा टल सकता है.
सीने में असहजता : खास तौर से सीने में दबाव या जलन महसूस होना।
जबड़े, दांत या सिर में दर्द
थकान महसूस होना: बगैर किसी मेहनत या काम के थकान हो तो यह हार्ट अटैक अलार्म है।
बिना वर्कआउट किए अधिक पसीना आना
अचानक चक्कर आना
कंधों में दर्द
दिल के दौरे में सीने में अक्सर जोर का दर्द उठता है, लेकिन कुछ लोगों को सिर्फ हल्के दर्द की शिकायत हो सकती है.