हिना को आगे लाने के लिए वित्तमंत्री तरुण भनोट को दूसरी पंक्ति में बैठाने की तैयारी की जा रही है। विधानसभा उपाध्यक्ष होने के नाते उन्हें अग्रिम पंक्ति में स्थान दिया जा रहा है। राजनीतिक दलों की ओर से आए प्रस्ताव के आधार पर सदन में विधायकों और मंत्रियों की बैठक व्यवस्था तैयार हो रही है। बैठक व्यवस्था बदले जाने के सबसे ज्यादा प्रस्ताव मुख्य विपक्षी दल भाजपा की ओर से आए हैं।
मुख्य विपक्षी दल भाजपा की बात करें तो विपक्ष में सबसे पहली पंक्ति पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव होंगे। पहले यह स्थान पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए निर्धारित था। अब इसे भार्गव के लिए आरक्षित कर दिया है। अब भार्गव सबसे पहले और उनके बाद शिवराज नजर आएंगे।
तीसरे क्रम पर नरोत्तम मिश्रा होंगे। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा का स्थान भी बदलने का प्रस्ताव है। उनके लिए अभी सदन में सीट क्रमांक १५९ आरक्षित है। उन्हें अग्रिम पंक्ति में नरोत्तम मिश्रा के करीब स्थान मिल सकता है। यह स्थान अभी पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह के लिए आरक्षित है। डॉ. शर्मा के लिए भूपेन्द्र सिंह का स्थान परिवर्तन होने की संभावना है। इसी प्रकार अन्य विधायकों के भी स्थान बदले जाने के प्रस्ताव सचिवालय को मिले हैं।
वरिष्ठता नहीं अच्छे वक्ता को महत्व – इस बार सत्ता पक्ष और विपक्षी दल के विधायकों की संख्या में ज्यादा अंतर नहीं है। यानी सत्तापक्ष के बराबर विपक्षी दल के सदस्यों की संख्या है। इसलिए विपक्षी दल सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोडऩा चाहता। इसलिए विपक्षी दल भाजपा का फोकस इस बात पर है कि अच्छे वक्ता प्रथम पंक्ति पर आएं।
अच्छे वक्ताओं को अग्रिम पंक्ति में लाने के लिए यदि वरिष्ठ सदस्यों को कुछ पीछे स्थान मिलता है तो कोई एतराज नहीं है। बैठक व्यवस्था के लिए भी इसी तरह के सुझाव आए हैं। विधानसभा सचिवालय इसी आधार पर प्लान तैयार कर रहा है।
कमलनाथ की दत्तक पुत्री हैं हिना – हिना कांवरे मुख्यमंत्री कमलनाथ की दत्तक पुत्री मानी जाती हैं। सरकार में मंत्री नहीं बनने पर उन्हें सरकार में सम्मानजनक पद दिए जाने की चर्चा थी। विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए जाने के साथ इन चर्चाओं पर विराम लग गया। अब सदन में उनको अग्रिम पंक्ति में स्थान दिए जाने की तैयारी से यह स्पष्ट है कि उनके प्रभाव का अंदाजा लगाया जा सकता है।