वहीं पंचांग की मदद से ग्रहों की चाल, नक्षत्र और खगोलीय घटनाओं Astronomical Events की सभी जानकारी मिलती है। इसके अलावा पंचांग की मदद से विवाह marraige , मुंडन और गृह प्रवेश समेत कई मांगलिक कार्यों Mangical functions के लिए शुभ मुहूर्त shubh muhurat की गणना भी की जाती है।
यदि वर्ष 2020 में विवाह का विचार हो तो आपको बता दें कि इस नववर्ष यानि 2020 में विवाह के मुहूर्त 2019 के मुकाबले आधे से भी कम होंगे। 2019 में जहां विवाह के लिए 111 दिन थे, वहीं इस बार संख्या घटकर सिर्फ 53 रह गई है। वहीं इस 2020 में 4 गुरु और 4 रवि पुष्य सहित खरीदी के 8 महामुहूर्त auspicious day भी होंगे।
जबकि इस नए साल 2020 में चार चंद्र और दो सूर्य ग्रहण भी लगेंगे। इनमें भारत में तीन चंद्र ग्रहण lunar eclipse का असर रहेगा जबकि एक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
जबकि इस नए साल 2020 में चार चंद्र और दो सूर्य ग्रहण भी लगेंगे। इनमें भारत में तीन चंद्र ग्रहण lunar eclipse का असर रहेगा जबकि एक सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार, पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार विवाह मुहूर्त marriage
Auspicious की संख्या में काफी कमी आई है। इससे पहले 2017 और 2018 में भी 2020 की तरह ही क्रमश: 54 और 59 मुहूर्त थे। पिछले तीन वर्षों की तुलना में इस वर्ष सबसे कम विवाह मुहूर्त होंगे। ज्योर्तिविद् विजय अड़ीचवाल के अनुसार 2020 खरीदी का मुहूर्त गुरु पुष्य चार और रवि पुष्य भी चार दिन रहेगा।
Auspicious की संख्या में काफी कमी आई है। इससे पहले 2017 और 2018 में भी 2020 की तरह ही क्रमश: 54 और 59 मुहूर्त थे। पिछले तीन वर्षों की तुलना में इस वर्ष सबसे कम विवाह मुहूर्त होंगे। ज्योर्तिविद् विजय अड़ीचवाल के अनुसार 2020 खरीदी का मुहूर्त गुरु पुष्य चार और रवि पुष्य भी चार दिन रहेगा।
विवाह के मुहूर्त marriage auspicious : इन तारीखों पर बजेगी शहनाई…
– जनवरी 2020 : 15, 16, 17, 18, 19, 20, 26, 29, 30, 31 सहित दस दिन। – फरवरी 2020 : 1, 3, 4, 9, 10, 11, 14, 15,16, 25, 26, 27, 28 सहित कुल 13 दिन।
– जनवरी 2020 : 15, 16, 17, 18, 19, 20, 26, 29, 30, 31 सहित दस दिन। – फरवरी 2020 : 1, 3, 4, 9, 10, 11, 14, 15,16, 25, 26, 27, 28 सहित कुल 13 दिन।
– मार्च 2020 : 10 और 11 सहित दो दिन। – अप्रैल 2020 : 16, 17, 25, 26 सहित चार दिन। – मई 2020 : 1, 2, 4, 5, 6, 15, 17, 18, 19 व 23 सहित कुल दस दिन।
– जून 2020 : 11, 15, 17, 27, 29, 30 सहित कुल छह दिन। – नवंबर 2020 : 27, 29, 30 सहित तीन दिन। – दिसंबर 2020 : 1, 7, 9, 10, 11 सहित कुल पांच दिन।
ऐसे निकाला जाता है विवाह मुहूर्त…
जानकारों के अनुसार भले ही विवाह वर और वधु के बीच होता है। लेकिन विवाह से पूर्व इन दोनों की कुंडलियों को मिलाया जाता है। इस व्यवस्था को कुंडली मिलान या गुण मिलना के नाम से जानते हैं।
जानकारों के अनुसार भले ही विवाह वर और वधु के बीच होता है। लेकिन विवाह से पूर्व इन दोनों की कुंडलियों को मिलाया जाता है। इस व्यवस्था को कुंडली मिलान या गुण मिलना के नाम से जानते हैं।
इसमें वर और कन्या की कुंडलियों को देखकर उनके 36 गुणों को मिलाया जाता है। जब दोनों के बीच 24 से 32 गुण मिल जाते हैं तो ही उनकी शादी के सफल होने की संभावना बनती है। कुंडली में जो सातवां घर होता है वह विवाह के विषय में बताता है।
जब कुंडली में गुण मिलान की क्रिया संपन्न हो जाती है तब वर-वधु की जन्म राशि के आधार पर विवाह संस्कार के लिए निश्चित तिथि, वार, नक्षत्र तथा समय को निकाला जाता है जो विवाह मुहूर्त कहलाता है। विवाह मुहूर्त के लिए ग्रहों की दशा व नक्षत्रों का ऐसे विश्लेषण किया जाता है –
वर अथवा कन्या का जन्म जिस चंद्र नक्षत्र में होता है उस नक्षत्र के चरण में आने वाले अक्षर को भी विवाह की तिथि ज्ञात करने में प्रयोग किया जाता है।
वर-कन्या की राशियों में विवाह के लिए एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिए लिया जाता है।
वर-कन्या की राशियों में विवाह के लिए एक समान तिथि को विवाह मुहूर्त के लिए लिया जाता है।
खरीदारी के महामुहूर्त : shubh Muhurat …
– गुरु पुष्य : 2 अप्रैल 30 अप्रैल, 28 मई और 31 दिसंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर गुरु पुष्य का संयोग बनेगा। – रवि पुष्य : 12 जनवरी, 13 सितंबर, 11 अक्टूबर और 8 नवंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर रवि पुष्य का संयोग बनेगा।
– गुरु पुष्य : 2 अप्रैल 30 अप्रैल, 28 मई और 31 दिसंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर गुरु पुष्य का संयोग बनेगा। – रवि पुष्य : 12 जनवरी, 13 सितंबर, 11 अक्टूबर और 8 नवंबर को आने वाले पुष्य नक्षत्र पर रवि पुष्य का संयोग बनेगा।
इन तारीखों पर सूर्य-चंद्र ग्रहण : Solar lunar eclipse …
– पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगेगा जो भारत में देखा जा सकेगा। – दूसरा चंद्र ग्रहण चंद्र ग्रहण 5 जून को लगेगा। इसकी दृश्यता भारत में रहेगी।
– पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगेगा जो भारत में देखा जा सकेगा। – दूसरा चंद्र ग्रहण चंद्र ग्रहण 5 जून को लगेगा। इसकी दृश्यता भारत में रहेगी।
– तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई को पड़ेगा। – चौथा चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को होगा जो भारत में दिखाई देगा। – पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगने वाला है जो भारत में दिखाई देगा।
– दूसरा सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को होगा जो भारत में दिखाई नहीं देगा।