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बच्चों का जीके बिगाड़ देगा ये म्यूजियम, इतिहास पढें यहां जरा ध्यान से

locationभोपालPublished: Aug 16, 2017 01:52:00 pm

Submitted by:

sanjana kumar

एक तरफ जहां भारत के महापुरुषों और उनकी वीरगाथाएं सुनकर गर्व से सिर ऊंचा हो जाता है, वहीं ये ऐतिहासिक बदलाव शर्म से सिर झुकाने को मजबूर कर रहे हैं

mistakes in the historical facts about mahatma gandhi

mistakes in the historical facts about mahatma gandhi

भोपाल। एक तरफ जहां भारत के महापुरुषों और उनकी वीरगाथाएं सुनकर गर्व से सिर ऊंचा हो जाता है, वहीं मप्र में सामने आ रहे कुछ ऐतिहासिक बदलाव शर्म से सिर झुकाने को मजबूर कर रहे हैं।

पिछले कुछ दिनों से सामने आए मप्र में भारत के इतिहास के मामले जानार आप भी हैरान रह जाएंगे। दरअसल मप्र में पढ़ाई जाने वाली कुछ किताबें पिछले दिनों कुछ ऐतिहासिक गलतियों को लेकर मीडिया में चर्चा में रहीं, तो अब शौर्य स्मारक में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में रोचा फैक्ट बताता एक बोर्ड बच्चों की जीके खराब कर रहा है। जाने ऐसा क्या लिखा है इस इंफॉर्मेशन बोर्ड पर…

 

दे रहा गलत जानकारी

मीडिया में चर्चित इस बोर्ड पर लिखी जानकारी के मुताबिक महात्मा गांधी वर्ष 1993 में साउथ अफ्रीका गए थे और 45 साल बाद उनकी हत्या कर दी गई।

जबकि रिकॉर्ड बताते हैं कि बापू ने 1893-1914 तक साउथ अफ्रीका रहे थे। अपनी इस गलती पर राज्य शासन ने इसे मानवीय भूल बताकर सुधरवाने की बास कही है।
* जबकि कुछ दिनों पहले संस्कृत की किताबें ऐसी ही ऐतिहासिक गलतियों के कारण चर्चा का विषय बनी।

mistakes in the historical facts about mahatma gandhi
जानें ये फैक्ट

* हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में एक संस्कृत की किताब में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है कि भारत ने 1962 में चीन के खिलाफ हुई जंग में जीत हासिल की थी।
* इस किताब को लखनऊ स्थित कृतिका प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया जा रहा है। इस किताब को पांच लोगों ने लिखा है, जिनमें से दो लेखकों की मौत हो चुकी है।

* संस्कृत की इस किताब में लिखा है कि जवाहरलाल नेहरू के कार्यकाल के समय चीन ने भारत के खिलाफ साल 1962 में युद्ध छेड़ दिया था।
* नेहरू के प्रयासों से भारत ने चीन को हरा दिया था।

* आपको बता दें कि ये पहली बार नहीं है कि किसी किताब में इतिहास में बदलाव किया गया है।

* इससे पहले भी महाराष्ट्र में इतिहास की किताबों में ऐसे कई बदलाव देखे जा चुके हैं।

* महाराष्ट्र के साथ-साथ राजस्थान सरकार ने भी इतिहास की किताबों में काफी बदलाव किए हैं जैसे कि वहां की किताबों में महाराणा प्रताप का इतिहास बदल दिया गया था।

* कक्षा 10 के स्टूडेंट्स के लिए तैयार की गई नई सोशल साइंस की किताब में ये जानकारी दी गई थी कि महाराणा प्रताप ने अकबर को 1576 में हल्दीघाटी की लड़ाई में हराया था।

 

* अब एमपी के शौर्य स्मारक में इतिहास की एक और गलती ने पर्यटकों के समक्ष प्रदेश को हंसी का पात्र बना दिया है।

* वहीं यहां आने वाले बच्चे भी यहां से गलत ज्ञान ले रहे हैं। ऐसे में यदि आप यहां पहुंचे तो बच्चों को मिल रही इस इंफॉर्मेशन को सुधारकर बताएं, ताकि वे गलत जानकारी को याद न रखें।

* आपको बता दें कि पिछले दिनों एजुकेशन मिनिस्टर तक ने सुभाषचंद्र बोस के दिए नारे तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा को स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर का नारा बता दिया था।

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