ज्येष्ठ में ही अधिकमास का एक वर्ष पूरा होने पर तिथियों के अंतर होने लगता है। इसके बाद के पर्वों की तिथियां अन्य वर्षों की भांति सामान्य स्थिति में आने लगती हैं। जब भी अधिकमास होता है उसके बाद के festival पर्वों की तिथियों में 10 से 20 दिन तक का अंतर आता है। गत वर्ष 16 मई से 13 जून तक अधिकमास था।
अधिकमास के चलते ही इस वर्ष होली holi 2019 से लेकर अक्षय तृतीया तक जितने भी त्योहार होंगे, वे बीते वर्ष की तुलना में 10 से 18 दिन की देरी से आएंगे। ठीक इसके उलट गंगा दशहरा से देवउठनी ग्यारस तक सभी बड़े पर्व 10 दिन पहले आएंगे। अधिकमास के कारण बढ़ी हुईं तिथियों का समन्वय जून (ज्येष्ठ) में एक वर्ष पूरा होने पर बनेगा, तब पर्व पहले की तरह 10 से 12 दिन पहले आएंगे।
date तिथियां घटने की वजह से होता है अधिकमास
अधिकमास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। ज्योतिषी अंजना गुप्ता ने बताया कि प्राय: हर तीसरे वर्ष में अधिकमास होता है। इसके पहले वर्ष 2015 में दो आषाढ़ का अधिकमास था। वर्ष 2018 में दो ज्येष्ठ माह थे। इसके पूर्व वर्ष 2007 में ज्येष्ठ में अधिकमास का योग बना था। अब 2020 में अधिकमास होगा।
पिछले वर्ष की तुलना में कितने दिन का अंतर date
त्योहार वर्ष 2018 वर्ष 2019 अंतर
होली 2 मार्च 21 मार्च 18 दिन बाद
गुड़ी पड़वा 18 मार्च 6 अप्रैल 11 दिन बाद
राम नवमी 25 मार्च 13 अप्रैल 12 दिन बाद
महावीर जयंती 29 मार्च 17 अप्रैल 18 दिन बाद
अक्षय तृतीया 18 अप्रैल 7 मई 18 दिन बाद
गंगा दशहरा 21 जून 12 जून 9 दिन पहले
गुरु पूर्णिंमा 27 जुलाई 16 जुलाई 11 दिन पहले
नागपंचमी 15 अगस्त 5 अगस्त 10 दिन पहले
रक्षाबंधन 26 अगस्त 15 अगस्त 11 दिन पहले
जन्माष्टमी 03 सितंबर 23 अगस्त 10 दिन पहले
गणेश जन्मोत्सव 13 सितंबर 2 सितंबर 11 दिन पहले
नवरात्र प्रारंभ 10 अक्टूबर 29 सितंबर 10 दिन पहले
विजया दशमी 19 अक्टूबर 8 अक्टूबर 11 दिन पहले
दीपावली 07 नवंबर 27 अक्टूबर 11 दिन पहले
देवउठनी ग्यारस 19 नवंबर 8 नवंबर 11 दिन पहले