स्वर्ग में रहेगा भद्रा का वास पं. प्रहलाद पंड्या का कहना है कि होलिका दहन के दिन भद्रा रहेगी, इसी दिन व्रत की पूर्णिमा भी रहेगी। सिंह राशि का चंद्र होने के कारण भद्रा का वास स्वर्गलोक में रहेगा, जो अशुभ नहीं माना जाता है, लेकिन फिर भी भद्रा होने के कारण पूंछ में भद्रा के वास के दौरान होलिका दहन करना श्रेष्ठ रहेगा। इस दिन पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र और रवि योग भी रहेगा।
गोकाष्ठ उपलब्ध कराने समितियां कर रही हैं लगातार पहल
इस बार होलिका दहन के लिए अधिक से अधिक गोकाष्ठ उपलब्ध कराने के लिए गोकाष्ठ समितियां लगातार पहल कर रही है। इसी प्रकार गोशालाओं में भी अतिरिक्त गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। बृजमोहन रामकली गो संरक्षण केंद्र के अध्यक्ष प्रहलाद दास मंगल और प्रमोद नेमा ने बताया कि होलिका उत्सव को देखते हुए एक अतिरिक्त मशीन लगाकर गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। इसके लिए 2 हजार क्ंिवटल गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। यह गोकाष्ठ शहर के श्मशान घाटों के अलावा सांची, विदिशा सहित अन्य स्थानों पर सप्लाई किया जाता है।
इस बार होलिका दहन के लिए अधिक से अधिक गोकाष्ठ उपलब्ध कराने के लिए गोकाष्ठ समितियां लगातार पहल कर रही है। इसी प्रकार गोशालाओं में भी अतिरिक्त गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। बृजमोहन रामकली गो संरक्षण केंद्र के अध्यक्ष प्रहलाद दास मंगल और प्रमोद नेमा ने बताया कि होलिका उत्सव को देखते हुए एक अतिरिक्त मशीन लगाकर गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। इसके लिए 2 हजार क्ंिवटल गोकाष्ठ तैयार किया जा रहा है। यह गोकाष्ठ शहर के श्मशान घाटों के अलावा सांची, विदिशा सहित अन्य स्थानों पर सप्लाई किया जाता है।

पं. विष्णु राजौरिया का कहना है कि अक्सर पूर्णिमा पर भद्रा की स्थिति रहती है। होलिका दहन के दिन भी भद्रा रहेगी, जो दोपहर से लेकर मध्यरात्रि तक रहेगी, लेकिन भद्रा के दौरान होलिका दहन करना निषेध माना गया है, ऐसे में जब भद्रा पूंछ में रहेगी, उस समय होलिका दहन कर सकते हैं। पूंछ में आने के बाद रात्रि 8 बजकर 48 मिनट से सवा दस बजे तक होलिका दहन करना श्रेष्ठ रहेगा। पूंछकाल में भद्रा कमजोर हो जाती है और इसका दोष समाप्त हो जाता है, इसलिए पूंछ में वास के दौरान शुभ मुहूर्त में होलिका दहन कर सकते हैं।
गाए फाग गीत, अबीर-गुलाल लगाकर दी एक दूसरे को बधाई
रंगों के पर्व होली की रंगत शहर में दिखाई देने लगी है। शहर में होली की तैयारियों के साथ ही प्री होली सेलिब्रेशन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जैन समाज की महिलाओं के संगठन अखिल भारतवर्षीय महिला ग्रुप की महिलाओं ने कोहेफिजा में प्री-होली सेलिब्रेशन का आयोजन किया। इस मौके पर महिलाओं ने फाग गीत गाए, एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की बधाई दी। राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से महिलाओं ने एकत्रित होकर होली उत्सव मनाया। इस मौके पर वरिष्ठ महिलाओं का सम्मान भी किया गया। आयोजक मंजू जैन ने बताया कि इस मौके पर महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे इस वर्ष अपने घरों में काम करने वाली महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित करेंगी।
रंगों के पर्व होली की रंगत शहर में दिखाई देने लगी है। शहर में होली की तैयारियों के साथ ही प्री होली सेलिब्रेशन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। जैन समाज की महिलाओं के संगठन अखिल भारतवर्षीय महिला ग्रुप की महिलाओं ने कोहेफिजा में प्री-होली सेलिब्रेशन का आयोजन किया। इस मौके पर महिलाओं ने फाग गीत गाए, एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली की बधाई दी। राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों से महिलाओं ने एकत्रित होकर होली उत्सव मनाया। इस मौके पर वरिष्ठ महिलाओं का सम्मान भी किया गया। आयोजक मंजू जैन ने बताया कि इस मौके पर महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे इस वर्ष अपने घरों में काम करने वाली महिलाओं को उपहार देकर सम्मानित करेंगी।
