पानी डालते रहें
अगर आपका हाथ, पैर या कोई अंग हल्का जल गया है तो फौरन घाव पर ठंडा पानी डालें। अक्सर लोग एक मिनट तक ही ऐसा करते हैं और उसके बाद दर्द बढ़ता रहता है। लेकिन अगर आप घाव के दर्द को कम करना चाहते हैं तो कम से 5-10 मिनट तक जले हुए हिस्से पर पानी का बहाव बनाए रखें। यदि आप घाव पर पानी नहीं डालना चाहते हैं तो गीला तौलिया भी उस पर रख सकते हैं। आप बर्फ वाले ठंडे पानी में भी तौलिए को भिगोकर घाव पर रख सकते हैं।
छाले को कभी फोड़ें नहीं
जलने पर घाव अगर छाले में बदल जाए तो उसे फोडऩे की गलती न करें। यदि आपको कोई समस्या हो रही है तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं वरना इंफेक्शन हो सकता है। छाले वाले हिस्से के आसपास खुल्ले कपड़े पहनें ताकि दर्द न हो। इसके अलावा ज्वैलरी हो तो उसे भी हटा दें। ध्यान रहे कि घाव वाले हिस्से को हवा लगती रहे। फिर भी दर्द बना रहे तो डॉक्टर की सलाह पर पेन किलर ले सकते हैं। अगर माइनर बर्न है तो केले को मसलकर जले हुए भाग पर लगाने से भी जलन दूर होती है और फफोले भी नहीं पड़ते।
जले भाग पर न लगाएं ये चीजें
जले हुए भाग पर क्रीम, लोशन, मॉइश्चराइजर, घी या मक्खन जैसा कोई भी ग्रीसी एलीमेंट न लगाएं क्योंकि हो सकता है कि इससे आपको तुरंत राहत मिल जाए लेकिन बाद में यह आपकी तकलीफ को बढ़ा सकता है क्योंकि चिकनाई हीट को वहीं एकत्रित करके समस्या को ठीक होने से रोकने का काम करने लगती है। जले हुए हिस्से पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है क्योंकि अगर उसमें कुछ बदलाव होता है जैसे मवाद पडऩे लगता है या फफोले होने लगते हैं, इसके अलावा बुखार आने लगता है तो आपके लिए फौरन डॉक्टर को दिखाना जरूरी हो जाता है।
रूई का प्रयोग न करें जले हुए हिस्से पर
जले हुए स्थान पर रूई का प्रयोग न करें। यह त्वचा पर चिपक सकती है, जिससे जलन बढ़ेगी। इसके अलावा रूई के इस्तेमाल से बैक्टीरिया पनपने की आशंका भी बढ़ जाती है। जले भाग को तेज धूप से बचाएं। इससे आपकी त्वचा को काफी नुकसान हो सकता है और फफोला पड़ सकता है। बाहर जाने पर घाव को कवर करके जाएं।