न खाएं ये चीजें
पालक
पथरी के मरीज पालक से दूरी बना लें क्योंकि इसमें ऑक्सेलेट होता है जो कैल्शियम को जमा कर लेता है और यूरीन में नहीं जाने देता है। ऐसे में पथरी के मरीज अगर पालक खाते हैं तो उनकी स्थिति बिगड सकती है।
चॉकलेट
अगर आपका चॉकलेट पसंद है तो आपको ये आदत छोडनी होगी क्योंकि ये आपकी किडनी की पथरी को बढ़ा सकती है। इसलिए आप चॉकलेट से दूरी बना लें क्योंकि इसमें ऑक्सेलेट्स होते हैं।
टमाटर
हम अपने खाने में टमाटर का इस्तेमाल काफी करते है। टमाटर में भी ऑक्सेलेट की काफी मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में पथ्ररी के मरीजों को अगर टमाटर खाना भी है तो उसका इस्तेमाल करते वक्त उसके बीज निकल लें।
नमक
पथरी के मरीज को खाने में नमक का इस्तेमाल भी कम करना पडता है। क्योंकि नमक में सोडियम होता है, जो पेट में जाकर कैल्श्यिम बन जाता है और ये भी पथरी को बढ़ा देता है।
चाय
डॉक्टर पथरी के मरीजों को सबसे ज्यादा सलाह देते हैं कि वह सुबह की शुरुआत ना करें क्योंकि इसके नुकसान बहुत हैं। एक प्याला चाय पथरी का साइज बड़ा सकती है।
सी-फूड और मीट
अगर आपको सी—फूड और मीट पसंद है तो आपको अपनी सेहत के लिए ये भी छोड़ाना होगा। इतना ही नहीं अन्य प्रोटीन वाली चीजों से भी आपको परहेज करना होगा क्योंकि इसमें प्यूरीन नाम का एक तत्व होता है। यदि पथरी के मरीज के शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ने पर यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है जिससे पथरी बड़ी हो जाती है।
जरूर खाएं ये 1 चीज
आपको बता दें कि आयुर्वेद व घरेलू चिकित्सा में किडनी की पथरी में कुलथी को फायदेमंद माना गया है। कुलथी वात एवं कफ का शमन करती है और शरीर में उसका संचय रोकती है। कुल्थी में पथरी का भेदन तथा मूत्रल दोनों गुण होने से यह पथरी बनने की प्रवृत्ति और पुनरावृत्ति रोकती है। इसके अतिरिक्त यह यकृत व पलीहा के दोष में लाभदायक है। मोटापा भी दूर होता है।
ऐसे करें इस्तेमाल
घर पर 250 ग्राम कुल्थी कंकड़-पत्थर निकाल कर साफ कर लें। रात में तीन लिटर पानी में भिगो दें। सवेरे भीगी हुई कुल्थी उसी पानी सहित धीमी आग पर चार घंटे पकाएं। जब एक लिटर पानी रह जाए (जो काले चनों के सूप की तरह होता है) तब नीचे उतार लें। फिर तीस ग्राम से पचास ग्राम (पाचन शक्ति के अनुसार) देशी घी का उसमें छोंक लगाएं। छोंक में थोड़ा-सा सेंधा नमक, काली मिर्च, जीरा, हल्दी डाल सकते हैं। पथरीनाशक औषधि तैयार है।
प्रयोग विधि
दिन में कम-से-कम एक बार दोपहर के भोजन के स्थान पर यह सारा सूप पी जाएं। 250 ग्राम पानी अवश्य पिएं। एक-दो सप्ताह में गुर्दे तथा मूत्राशय की पथरी गल कर बिना ऑपरेशन के बाहर आ जाती है, लगातार सेवन करते रहना राहत देता है।