देसी परी श्वेता विजय जैन ने अपने साथियों के साथ मिल अब तक चालीस लोगों को हनी ट्रैप कर ब्लैकमेल की। इसमें दो पूर्व सीएम, दो मंत्री, तीन पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, पंद्रह आईएएस और आठ आईपीएस शामिल हैं। बताया जाता है कि इसने भोपाल के पॉश इलाके में एक पूर्व सीएम अपने नाम फ्लैट करवाई थी। साथ ही पूर्व सांसद से भी करोड़ों रुपये की वसूली की थी। सियासी गलियारे में इन देसी परियों की चर्चा खूब होती थीं।
लोगों को ट्रैप कर उनसे कई किस्तों में श्वेता विजय जैन पैसे वसूलती थीं। उन पैसों को आपस में बांटती थी। साथ ही कई लोगों महंगी वस्तुओं की डिमांड और फॉरेन ट्रिप भी लेती थी। चर्चा यह भी है कि गिरोह की एक सदस्य पिछले दिनों दुबई भी की गई थी। इसका टिकट भी इनके जाल में फंसे एक सफेदपोश ने ही करवाया था।
विलायती चीजों की शौकीन श्वेता विजय जैन के महंगे शौकों को देख हर कोई गच्चा खा जाता है। ये खुद के लिए विदेशों से बड़े-बड़े ब्रांडों की लिपिस्टिक मंगवाती थीं। जिसकी कीमत लाख रुपये के करीब तक होती थी। इसे देख पड़ोसी भी अचरज में रहते थे। बताया जाता है कि श्वेता स्वपनिल जैन का अपने पड़ोसी से अच्छे संबंध थे। इसकी गिरफ्तारी के बाद पड़ोसी भी गायब हैं।
श्वेता महीने में कई बार महंगे रिसॉर्ट और होटल में पार्टी करती थी। नेता और अफसर भी इसकी पार्टियों में आकर शोभा बढ़ाते थे। उसने पिछले ही दिनों एक सेकंड हैंड मर्सिडीज कार खरीदी थी। जिसकी खूब चर्चा थी। मर्सिडीज से पहले इसके पास ऑडी भी थी।
दरअसल, श्वेता विजय जैन के 2012 से बड़े भाजपा नेताओं से नजदीकी रही है। 2013 में विधानसभा चुनाव का टिकट भी मांगा था। लेकिन एक वीडियो आने से दावेदारी खत्म हो गई। सत्ता बदलने पर उसने ब्लैकमेलिंग की स्टाइल में परिवर्तन किया। कांग्रेस में दखल बढ़ाने के लिए टीम बी तैयार कर ली। जिसे बरखा सोनी भटनागर लीट करती थी।