यूनिहोम्स भोपाल वेलफेयर सोसाइटी के आलोक श्रीमाली, भूपेंद्र सिंह, एसएस यादव ने बताया कि एसवीएस बिल्डकॉन के संचालक सुमित खनेजा, अमित खनेजा और सीईओ एसके अरोरा ने 2009 में बैरागढ़ चीचली में एक आवासीय कॉलोनी और जीआईपी के नाम से एक व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू किया था। इस निर्माण को लेकर लोगों ने करीब 300 करोड़ रुपए संचालकों के झांसे में आकर यहां निवेश किए। इसके बाद ये तीनों निर्माण अधूरा छोड़कर भाग गए। इसके विरोध में लोगों ने 2018 और 15 जनवरी, 2021 को कोलार थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। तीनों आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी पर दस हजार का इनाम भी घोषित किया गया है। सोसायटी के सदस्यों का कहना है कि यहां पर करीब 1032 फ्लैट और ढाई सौ से अधिक दुकानों के निवेश में लोगों से करोड़ों रुपए लिए गए, लेकिन 11 साल बाद भी उनके साथ धोखाधड़ी कर अधूरा निर्माण छोड़ा गया है।
इस मामले विधायक रामेश्वर शर्मा का कहना है कि यह तो बहुत बड़ी धोखाधड़ी है। सैकड़ों लोगों के करोड़ों रुपए फंसाए गए हैं। वे इस संबंध में जल्द ही इस मामले से जुड़े अधिकारियों से चर्चा कर आरोपियों की गिरफ्तारी सहित इन आवासीय और व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स में निवेश करने वाले लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए काम करेंगे। शर्मा का कहना है कि वह इस मामले में सोमवार को अधिकारियों से चर्चा कर उचित कार्रवाई कराएंगे।