टीएंडसीपी ने नहीं दी जानकारी
सहकारिता विभाग ने पांच दिन पूर्व पत्र लिखकर टीएंडसीपी से जानकारी मांगी है कि पिछले पांच साल में किस सोसायटी ने क्या और कितनी परमिशन मांगी हैं। ये जानकारी तीन दिन में देनी थी। सहकारिता उपायुक्त विनोद सिंह ने बताया कि अभी तक टीएंडसीपी की तरफ से उनके विभाग को जानकारी नहीं दी गई है। जानकारी नहीं आती तो वे रिमांइंडर भेजेंगे।
सहकारिता विभाग ने पांच दिन पूर्व पत्र लिखकर टीएंडसीपी से जानकारी मांगी है कि पिछले पांच साल में किस सोसायटी ने क्या और कितनी परमिशन मांगी हैं। ये जानकारी तीन दिन में देनी थी। सहकारिता उपायुक्त विनोद सिंह ने बताया कि अभी तक टीएंडसीपी की तरफ से उनके विभाग को जानकारी नहीं दी गई है। जानकारी नहीं आती तो वे रिमांइंडर भेजेंगे।
प्लॉट देने को तैयार, बंधक प्लॉट छुड़ाकर देंगे दोपहर एक बजे कलेक्टोरेट कार्यालय में निजामुद्दीन गृह निर्माण सोसायटी के अध्यक्ष आबिद खान अपने तीन साथियों के साथ पहुंचे। कलेक्टर ने उन्हें बताया कि आपकी सोसायटी की 14 शिकायतें प्राप्त हुईं हैं, लोगों को प्लॉट क्यों नहीं दिए जा रहे। अध्यक्ष ने कलेक्टर को बताया कि शिकायतकर्ता अब्दुल कद्दूस खान, इनामुल हक, शहनाज बेगम, फसीहुज्जमा, अफसाना खातून, हसनने आजम, जाफरी बेगम लगातार शिकायत कर रहे हैं। अभी संस्था की तरफ से सी फेज में कोई भूखंड का आवंटन नहीं किया गया है। सदस्यों की नियमानुसार लिस्टिंग की गई है। संस्था के पास 92 भूखंड हैं, जिसमें 20 नगर निगम के पास बंधक हैं। इन भूखंडों को मुक्त कराने के बाद सदस्यों को दे दिया जाएगा।
सर्वधर्म सोसायटी में 395 लोगों को फ्लैट देने हैं
सर्वधर्म सोसायटी की सात एकड़ जमीन कोलार में थी। इसमें से पांच एकड़ से ज्यादा जमीन को अन्य लोगों ने ड्यूप्लेक्स बनाकर बेच दिया। बची दो एकड़ 13 डेसीमल जमीन, जिसमें 402 सदस्यों को फ्लैट बनाकर देने थे। कुछ सदस्य मुआवजा लेकर हट गए अब बचे 395 सदस्य जिनको फ्लैट बनाकर देने हैं। इसके लिए परमिशन हो गई और टैंडर भी निकल गया। संस्था के पदाधिकारी गायत्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि हाल ही में सोसायटी की जमीन के बराबर में एक निर्माण कार्य चल रहा है उसने सोसायटी की 30 मीटर जमीन पर निर्माण शुरू करा दिया है। कलेक्टर ने इसे रोकने के निर्देश दिए।
सर्वधर्म सोसायटी की सात एकड़ जमीन कोलार में थी। इसमें से पांच एकड़ से ज्यादा जमीन को अन्य लोगों ने ड्यूप्लेक्स बनाकर बेच दिया। बची दो एकड़ 13 डेसीमल जमीन, जिसमें 402 सदस्यों को फ्लैट बनाकर देने थे। कुछ सदस्य मुआवजा लेकर हट गए अब बचे 395 सदस्य जिनको फ्लैट बनाकर देने हैं। इसके लिए परमिशन हो गई और टैंडर भी निकल गया। संस्था के पदाधिकारी गायत्री प्रसाद शर्मा ने बताया कि हाल ही में सोसायटी की जमीन के बराबर में एक निर्माण कार्य चल रहा है उसने सोसायटी की 30 मीटर जमीन पर निर्माण शुरू करा दिया है। कलेक्टर ने इसे रोकने के निर्देश दिए।
कान्हा में 11 लोगों ने की शिकायत
कोलार की कान्हा गृह निर्माण सोसायटी की तरफ से चेतन पाटीदार कलेक्टर के समक्ष पेश हुए थे। इस सोसायटी में 11 लोग बचे हैं, जिनको प्लॉट नहीं मिले हैं। इस पर चेतन पाटीदार ने कहा कि वे बचे हुए लोगों को प्लॉट देने तैयार हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आप उन लोगों को लेकर उनके समक्ष प्रस्तुत हों उसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
कोलार की कान्हा गृह निर्माण सोसायटी की तरफ से चेतन पाटीदार कलेक्टर के समक्ष पेश हुए थे। इस सोसायटी में 11 लोग बचे हैं, जिनको प्लॉट नहीं मिले हैं। इस पर चेतन पाटीदार ने कहा कि वे बचे हुए लोगों को प्लॉट देने तैयार हैं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि आप उन लोगों को लेकर उनके समक्ष प्रस्तुत हों उसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
हमारी कोशिश है कि 15 दिन के अंदर पूरी प्रक्रिया कर ली जाए। तीन सोसायटियों के पदाधिकारियों से बात की है। वे प्लॉट और फ्लैट देने तैयार हैं।
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर
तरुण पिथोड़े, कलेक्टर