मोटे अनाज से आप डोसा या इडली का घोल बनाकर उसमें चुकंदर, गाजर, बीन्स और पालक जैसी रंगीन सब्जियों को मिलाकर खिला सकती हैं। अंकुरित मोटे अनाज को टमाटर, चुकंदर, खीरा ककड़ी और कॉर्न के साथ मिलाकर सलाद या चाट के रूप में, पास्ता या सैंडविच फिलिंग में प्रयोग कर खिला सकती हैं। इसके अलावा मोटे अनाज को भिगोकर फिर पीसकर उससे टिक्की और पेनकेक बना सकती हैं।
गर्भवती को भी जरूर खिलाएं
गर्भावस्था में आयरन की कमी को पूरा करने में मोटा अनाज सहायक हो सकता है। हालांकि इस पर पूरी तरह से निर्भर न रहने की सलाह दी जाएगी, क्योंकि इसकी आवश्यकता पूरी तरह से गर्भवती महिला में मौजूद आयरन की मात्रा पर निर्भर करेगी। वैसे इस समय आप मिलेट्स यानी मोटे अनाज को भिगोकर, किण्वित कर या अंकुरित कर खा सकती हैं।
दही-छाछ में भिगोकर खाने से ज्यादा फायदा देता बाजरा
मोटे अनाज से आपको आयरन सही रूप में मिले, इसके लिए इसे किस तरह से प्रयोग में लेना है, इस बारे में भी जानना जरूरी है।
अंकुरण : बाजरे को 6-8 घंटे के लिए पानी में भिगो दें। पानी को निथारकर एक ढके हुए हवादार कंटेनर में रख दें। 8-10 घंटे बाद इसे धो लें और कुछ घंटों के लिए छोड़ दें। एक बार जब छोटे-छोटे स्प्राउट्स दिख जाएं तो उन्हें तुरंत स्टीम्ड/ पके रूप में सेवन कर सकते हैं।
किण्वनः बाजरे को दही या छाछ में डालकर भिगो दें और रातभर छोड़ दें। इससे यह फूल जाएगा। फिर इसे पीसकर घोल बना लें या तरल निथार कर खिचड़ी, दलिया आदि बनाने के लिए पका लें।
सब्जियां
शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। हरी सब्जियों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले तत्व ज्यादा मात्रा में पाये जाते है।
नारियल
नारियल शरीर में उत्तकों, मांसपेशियों और रक्त जैसे महत्वपूर्ण द्रव्यों का निर्माण करता है, यह संक्रमण का सामना करने के लिए इन्जाइम और रोग प्रतिकारक ( iron deficiency ) तत्वों के विकास में सहायक होता है।
तुलसी
तुलसी रक्त की कमी को कम करने के लिए रामबाण है। तुलसी के नियमित सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
तिल
तिल हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है। तिल खाने से रक्ताअल्पता की बीमारी ठीक होती है।
पालक
सूखे पालक में आयरन काफी मात्रा होती है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को ठीक करता है।
गुड़
गुड़ में अधिक खनिज लवण होते है। जो हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।