सैलरी को लेकर करें नेगोशिएट-
कई बार आप एचआर की ओर से पहली बार ऑफर की गई सैलरी पर मान जाते हैं, जिससे आपको कम सैलरी मिलती है। साथ ही कई बार आप एक बार ऑफर देखने के बाद वो नौकरी से मना कर देते हैं, ऐसे में नौकरी से मना करने से पहले हमेशा नौकरी को लेकर खुलकर बात करें।
कई बार आप एचआर की ओर से पहली बार ऑफर की गई सैलरी पर मान जाते हैं, जिससे आपको कम सैलरी मिलती है। साथ ही कई बार आप एक बार ऑफर देखने के बाद वो नौकरी से मना कर देते हैं, ऐसे में नौकरी से मना करने से पहले हमेशा नौकरी को लेकर खुलकर बात करें।
अपने लक्ष्य की बात करें-
जब आप सैलरी पर बात कर रहे हों तो अपने आत्मविश्वास को मजबूत बनाए रखेंं अपनी स्किल्स, जिम्मेदारियों, आपनी मार्केट वैल्यू और अपने आगे बढ़ने के प्लान के बारे में HR के साथ जरूर बात करें।
जब आप सैलरी पर बात कर रहे हों तो अपने आत्मविश्वास को मजबूत बनाए रखेंं अपनी स्किल्स, जिम्मेदारियों, आपनी मार्केट वैल्यू और अपने आगे बढ़ने के प्लान के बारे में HR के साथ जरूर बात करें।
मार्केट का जान लें हाल-
किसी भी कंपनी को जॉइन करने से पहले मार्केट और कंपनी पर पूरी रिसर्च करें। इसके लिए आपको पता होना चाहिए कि आपके अनुभव और योग्यता पर इंडस्ट्री कितनी सैलरी ऑफर कर रही है। जिस भी कंपनी में नौकरी करने जा रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी रखें।
किसी भी कंपनी को जॉइन करने से पहले मार्केट और कंपनी पर पूरी रिसर्च करें। इसके लिए आपको पता होना चाहिए कि आपके अनुभव और योग्यता पर इंडस्ट्री कितनी सैलरी ऑफर कर रही है। जिस भी कंपनी में नौकरी करने जा रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी रखें।
अपने काम का करें जिक्र-
जब भी आप एचआर राउंड में बैठते हैं तो पूरी तैयारी के साथ बैठें और अपने पुराने रिकॉर्ड भी अपने साथ रखें, ताकि आपके पॉइंट बढ़ सके। अगर सैलरी कम ऑफर की जाती है, तो सबसे पहले अपने काम की वैल्यू बताएं और उन्हें ये अहसास करवाने की कोशिश करें कि आप इससे ज्यादा डिजर्व करते हैं।
जब भी आप एचआर राउंड में बैठते हैं तो पूरी तैयारी के साथ बैठें और अपने पुराने रिकॉर्ड भी अपने साथ रखें, ताकि आपके पॉइंट बढ़ सके। अगर सैलरी कम ऑफर की जाती है, तो सबसे पहले अपने काम की वैल्यू बताएं और उन्हें ये अहसास करवाने की कोशिश करें कि आप इससे ज्यादा डिजर्व करते हैं।
बार्गेनिंग-
किसी भी इंटरव्यू में सोच समझकर ही बोले और बात जहां सैलरी की तो सतर्क होना बहुत जरुरी है। उनसे बात करने के क्रम में कंपनी के लिए अपनी इम्पोर्टेंस व वेल्यू बताएं और उसी तरह से बात करें। इसके आधार पर ही सैलरी को लेकर अपना मत रखें या यूं कहं कि बार्गेनिंग करें।
किसी भी इंटरव्यू में सोच समझकर ही बोले और बात जहां सैलरी की तो सतर्क होना बहुत जरुरी है। उनसे बात करने के क्रम में कंपनी के लिए अपनी इम्पोर्टेंस व वेल्यू बताएं और उसी तरह से बात करें। इसके आधार पर ही सैलरी को लेकर अपना मत रखें या यूं कहं कि बार्गेनिंग करें।
ना बताएं निजी कारण-
जब भी आप सैलरी को लेकर एचआर से बात करें, तो हमेशा अपनी करियर से जुड़े तथ्यों के आधार पर ही बहस करें। कभी भी सैलरी बढ़वाने के लिए अपने निजी कारणों को बहस का हिस्सा ना बनाएं, चाहे आपको कितनी भी परेशानी हो रही हो। ऐसा करके आप अपनी पॉजीटिव इमेज बनाते हैं।
जब भी आप सैलरी को लेकर एचआर से बात करें, तो हमेशा अपनी करियर से जुड़े तथ्यों के आधार पर ही बहस करें। कभी भी सैलरी बढ़वाने के लिए अपने निजी कारणों को बहस का हिस्सा ना बनाएं, चाहे आपको कितनी भी परेशानी हो रही हो। ऐसा करके आप अपनी पॉजीटिव इमेज बनाते हैं।