ऐसे समझें तस्करी
1. सोर्स- शहडोल, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल और होशंगाबाद के केसली ब्लॉक की बालिकाओं को शादी के नाम पर, बालकों और वयस्कों को श्रम के नाम पर मानव तस्करी का शिकार बनाया जाता है।
3. डेस्टिनेशन- बुंदेलखंड के छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, पन्ना और दमोह के अलावा ग्वालियर-चंबल के जिलों में मानव तस्करी कर लाए गए लोगों की खरीद-फरोख्त ज्यादा होती है।
2018 -: 63 -: 100
2019 -: 73 -: 217
2020 -: 80 -: 113
2021 -: 89 -: 156
मानव तस्करी की रोकथाम और इससे संबंधित कानून और कार्रवाई के लिए पुलिस बल को प्रशिक्षित करने के साथ ही जन जागरूकता के लिए एक जुलाई से विशेष अभियान चलाया जाएगा।
– प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी, महिला सुरक्षा
अनूपपुर. ग्रामीण क्षेत्रों से दो किशोरियों को काम दिलाने के बहाने अन्य राज्य में बेचने की कोशिश का मामला सामने आया है। 27-28 जून की रात रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने ट्रेन सर्चिंग के दौरान दो तस्करों को पकड़ा है। किशोरियों को आरोपी 23 जून को उनके गांव से रायगढ़ लेकर आए। वे उन्हें 26 को बिलासपुर और 27 को जयपुर ले जा रहे थे। आरोपी हीरालाल चौहान निवासी जशपुर तथा देवलाल रायगढ़ का रहने वाला है। दोनों ने स्वीकारा कि दोनों लड़कियों को राजस्थान ले जाकर 20-20 हजार रुपए में बेचते।