scriptMP के आदिवासी बाहुल्य जिलों में मानव तस्करी | Human trafficking in tribal dominated districts of MP | Patrika News

MP के आदिवासी बाहुल्य जिलों में मानव तस्करी

locationभोपालPublished: Jun 30, 2022 10:33:39 am

– जिलों के बाशिंदों पर मानव तस्करी की मार
– तीन साल में दर्ज हुए 586 केस, 194 बालिकाओं को कराया मुक्त

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भोपाल@मनीष कुशवाह

मप्र में मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रैफिकिंग) के दर्ज होने वाले मामलों में बढ़ोतरी हुई है। 30 जिलों के बच्चे और युवतियां निशाने पर हैं। इनमें से ज्यादतर जिले आदिवासी बाहुल्य हैं। पुलिस ने तीन साल में ह्यमन ट्रैफिकिंग के 589 केस दर्ज किए हैं। 194 बालिकाओं, 91 बालकों समेत 22 वयस्क पुरुषों और 179 महिलाओं को मुक्त कराया है। हालांकि स्वयंसेवी संस्थाएं मानव तस्करी के केस कहीं अधिक बताते हैं। तर्क है कि बच्चों की गुमशुदगी के अधिकतर मामले मानव तस्करी से जुड़े हैं, लेकिन इन्हें इसमें दर्ज नहीं किया जाता।

ऐसे समझें तस्करी
1. सोर्स- शहडोल, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल और होशंगाबाद के केसली ब्लॉक की बालिकाओं को शादी के नाम पर, बालकों और वयस्कों को श्रम के नाम पर मानव तस्करी का शिकार बनाया जाता है।

2. ट्रांजिट- लोगों को कटनी, सतना, सागर, खंडवा, नागदा और उज्जैन जिलों से होते हुए तय स्थानों पर ले जाया जाता है।
3. डेस्टिनेशन- बुंदेलखंड के छतरपुर, सागर, टीकमगढ़, पन्ना और दमोह के अलावा ग्वालियर-चंबल के जिलों में मानव तस्करी कर लाए गए लोगों की खरीद-फरोख्त ज्यादा होती है।
वर्ष -: कुल केस -: पीडि़त
2018 -: 63 -: 100
2019 -: 73 -: 217
2020 -: 80 -: 113
2021 -: 89 -: 156


मानव तस्करी की रोकथाम और इससे संबंधित कानून और कार्रवाई के लिए पुलिस बल को प्रशिक्षित करने के साथ ही जन जागरूकता के लिए एक जुलाई से विशेष अभियान चलाया जाएगा।
– प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, एडीजी, महिला सुरक्षा
किशोरियों को 20-20 हजार में बेचने ले जा रहे थे
अनूपपुर. ग्रामीण क्षेत्रों से दो किशोरियों को काम दिलाने के बहाने अन्य राज्य में बेचने की कोशिश का मामला सामने आया है। 27-28 जून की रात रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ ने ट्रेन सर्चिंग के दौरान दो तस्करों को पकड़ा है। किशोरियों को आरोपी 23 जून को उनके गांव से रायगढ़ लेकर आए। वे उन्हें 26 को बिलासपुर और 27 को जयपुर ले जा रहे थे। आरोपी हीरालाल चौहान निवासी जशपुर तथा देवलाल रायगढ़ का रहने वाला है। दोनों ने स्वीकारा कि दोनों लड़कियों को राजस्थान ले जाकर 20-20 हजार रुपए में बेचते।
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