विवादों में रही है कंपनी
कंपनी लगातार विवादों में रही है। वित्त विभाग ने सीबीआइ को जांच के लिए जो दस्तावेज सौंपे हैं, उनमें एक नोटशीट पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी है। कंपनी के स्वामित्व की मुंबई ठाणे की जमीन नीलकंठ सोसाइटी को ९९ साल की लीज पर दी थी। मामले में तत्कालीन मंत्री स्व. अजय नारायण मुश्रान, तत्कालीन प्रमुख सचिव स्व. सुदीप कुमार बैनर्जी, सचिव अशोक दास व उपसचिव एनके पंत के नाम भी हैं।
कंपनी लगातार विवादों में रही है। वित्त विभाग ने सीबीआइ को जांच के लिए जो दस्तावेज सौंपे हैं, उनमें एक नोटशीट पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की भी है। कंपनी के स्वामित्व की मुंबई ठाणे की जमीन नीलकंठ सोसाइटी को ९९ साल की लीज पर दी थी। मामले में तत्कालीन मंत्री स्व. अजय नारायण मुश्रान, तत्कालीन प्रमुख सचिव स्व. सुदीप कुमार बैनर्जी, सचिव अशोक दास व उपसचिव एनके पंत के नाम भी हैं।
कंपनी स्वामित्व की सिंधिया राजघराने की ३१४ एकड़ जमीन को साठगांठ से बेचने पर कंपनी के मैनेजर अतुल बोरिकर सहित अन्य पर एफआइआर दर्ज हुई है। कंपनी की जमीन पर केंद्र का भी अधिकार है, इसलिए बिना केंद्र की मंजूरी के जमीन लीज पर दी या बेची नहीं सकती। वित्त विभाग ने कंपनी का ऑडिट कराया तो करोड़ों की गड़बड़ी मिली थी। कंपनी मैनेजर पर एमडी अनिरुद्ध मुखर्जी ने एफआइआर कराई थी। इसी कंपनी में तत्कालीन वित्त मंत्री राघवजी द्वारा रिश्तेदार को नौकरी पर रखवाने का मामला सामने आया था। वित्त मंत्री जयंत मलैया की रिश्तेदार को एडवर्ड विला के रिनोवेशन का काम देने का मामला उजागर हुआ था।
यह निजी मामला है। इस मामले पर मीडिया से कोई बात नहीं करना चाहता।
-अनिरुद्ध मुखर्जी, एमडी, प्रॉविडेंट इंवेस्टमेंट कंपनी
-अनिरुद्ध मुखर्जी, एमडी, प्रॉविडेंट इंवेस्टमेंट कंपनी