दूसरी जांच राजगढ़ एडीएम ने की थी। इस जांच रिपोर्ट में थप्पड़ का जिक्र ही नहीं था। दोनों रिपोर्ट जब सरकार को मिली, तो सीएम कमलनाथ ने अलग से कमेटी बनाकर जांच कराना तय किया, क्योंकि जांच में न तो कलेक्टर बयान लिए गए और न संबंधित पक्षों के बयान दर्ज हुए। साथ ही जांच जूनियर पुलिस अफसर से कराई गई थी। इसके तहत अब आईएएस दुबे व आईपीएस जैन की कमेटी बनाई गई है। इस मुद्दे पर आईएएस वर्सेस आईपीएस के हालात हो गए हैं, इस कारण दोनों सेवा से एक-एक अफसर को जांच में रखा गया है। यह कमेटी केवल एएसआई के थप्पड़ प्रकरण की ही जांच करेगी।
— इसी जांच पर सीएम हुए थे नाराज- राजगढ़ कलेक्टर के थप्पड़ की जांच बिना पूछे कराने पर सीएम कुछ दिन पूर्व ही डीजीपी वीके सिंह से नाराज हुए थे। इसके बाद दो बार सिंह ने सीएम से मिलकर अपनी सफाई दी थी। सीएए के समर्थन में भाजपा की राजगढ़ के ब्यावरा क्षेत्र में रैली के दौरान थप्पड़-कांड हुआ था। इसमें पहले भाजपा नेता को थप्पड़ मारने का घटनाक्रम सामने आया, फिर एएसआई नरेश शर्मा ने थप्पड़ की लिखित शिकायत की थी।