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सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट शुरू करेगा आईसीएसआई, लिखित परीक्षा के साथ देना होगा वायवा

locationभोपालPublished: Feb 16, 2020 10:30:23 pm

Submitted by:

hitesh sharma

आईसीएसआई ने किए दो महत्वपूर्ण बदलाव

सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट शुरू करेगा आईसीएसआई, लिखित परीक्षा के साथ देना होगा वायवा

सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट शुरू करेगा आईसीएसआई, लिखित परीक्षा के साथ देना होगा वायवा

भोपाल। द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया(आईसीएसआई) कंपनी सेकेटरीज में एंट्री लेवल परीक्षा यानी फाउंडेशन एग्जाम को खत्म कर उसकी जगह सीएस एग्जीक्यूटिव एंट्रेंस टेस्ट शुरू करने जा रहा है। अब स्टूडेंट्स साल में चार बार यह परीक्षा दे सकेंगे यानी उन्हें अब अगले मौके लिए छह माह का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इंस्टीट्यूट ग्रेजुएशन के बाद सीधे सीएस एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम में प्रवेश नहीं देगा बल्कि ग्रेजुएशन के बाद सीएस करने के लिए भी प्रवेश परीक्षा देना होगी। इन दोनों ही नई प्रवेश परीक्षाओं का पेपर एक सामान होगा। अब सिर्फ लिखित परीक्षा ही नहीं बल्कि स्टूडेंट्स को 15 मिनट का वायवा भी देना होगा ताकि उनका एप्टीट्यूट भी समझ आ सके। यह कहना है आईसीएसआई के नेशनल प्रेसीडेंट सीएस आशीष गर्ग का। रविवार को वे सीएस कॉन्फ्रेंस के समापन के मौके पर मौजूद थे।

24 माह की ट्रेनिंग अनिवार्य

सीएस आशीष ने बताया कि सीएस एजुकेशन और सीएस मेंबर्स के लिए कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। इसके अलावा अब सीएस एग्जीक्यूटिव या सीएस प्रोफेशनल यानी फाइनल किसी भी स्तर पर 24 माह की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से करना होगी। अब फोकस स्किल डेवलपमेंट पर है और यही वजह है कि अब सीएस फाइनल पूरा करने लेने वाले स्टूडेंट्स को आईएएस ऑफिसर्स की तरह रेसिडेंशिल ट्रेनिंग करना होगी ताकि वे स्किल्स मैनपावर के रूप में वर्कफोर्स में शामिल होने के लिए तैयार हो।

पांच देशों में शुरु होंगे आईसीएसआई सेंटर्स
भारत के अलावा अब सीएस के लिए इंम्पलॉमेंट फोकस ओवरसीज किया जा रहा है। जल्दी ही यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर और अफ्रीकन कंट्री में सेंटर शुरू होंगे। देश की लगभग एक हजार यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले कॉलेजों के साथ एमओयू किया जा रहा है। इसके तहत सीएस स्टूडेंट्स को देशभऱ के कॉलेजों में बैठकर पढऩे की जगह कॉलेज के रीडिंग रूम में मिल सकेगी। कॉलेज में इससे संबंधित किताबें भी होगी जिसका लाभ उस कॉलेज के स्टूडेंट्स और सीएस स्टूडेंट्स ले सकेंगे। अभी तक सीएस स्टूडेंट्स पीएचडी नहीं कर पाते थे लेकिन अब सीएस प्रोग्राम को पीजी के समकक्ष रखते हुए यूनिवर्सिटीज से पीएचडी के लिए बात कर रहे हैं।

टेस्ट से रिन्यू होगी मेंबरशिप

सीएस प्रैक्टिशनर और जॉब में रहने वाले सीएस को अपनी मेंबरशिप हर पांच साल में रिन्यू करना होती है, लेकिन अब मेंबरशिप तभी रिन्यू होगी जबकि वे टेस्ट पास करेंगे। इसका मॉड्यूल भी तैयार किया जा रहा है। सीएस मेंबर्स को हर साल 15 घंटे का क्रेडिट कोर्स पूरा करना होगा तभी उनकी मेंबरशिप रिन्यू होगीं।

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