24 माह की ट्रेनिंग अनिवार्य
सीएस आशीष ने बताया कि सीएस एजुकेशन और सीएस मेंबर्स के लिए कई नए बदलाव किए जा रहे हैं। इसके अलावा अब सीएस एग्जीक्यूटिव या सीएस प्रोफेशनल यानी फाइनल किसी भी स्तर पर 24 माह की ट्रेनिंग अनिवार्य रूप से करना होगी। अब फोकस स्किल डेवलपमेंट पर है और यही वजह है कि अब सीएस फाइनल पूरा करने लेने वाले स्टूडेंट्स को आईएएस ऑफिसर्स की तरह रेसिडेंशिल ट्रेनिंग करना होगी ताकि वे स्किल्स मैनपावर के रूप में वर्कफोर्स में शामिल होने के लिए तैयार हो।
पांच देशों में शुरु होंगे आईसीएसआई सेंटर्स
भारत के अलावा अब सीएस के लिए इंम्पलॉमेंट फोकस ओवरसीज किया जा रहा है। जल्दी ही यूके, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, सिंगापुर और अफ्रीकन कंट्री में सेंटर शुरू होंगे। देश की लगभग एक हजार यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले कॉलेजों के साथ एमओयू किया जा रहा है। इसके तहत सीएस स्टूडेंट्स को देशभऱ के कॉलेजों में बैठकर पढऩे की जगह कॉलेज के रीडिंग रूम में मिल सकेगी। कॉलेज में इससे संबंधित किताबें भी होगी जिसका लाभ उस कॉलेज के स्टूडेंट्स और सीएस स्टूडेंट्स ले सकेंगे। अभी तक सीएस स्टूडेंट्स पीएचडी नहीं कर पाते थे लेकिन अब सीएस प्रोग्राम को पीजी के समकक्ष रखते हुए यूनिवर्सिटीज से पीएचडी के लिए बात कर रहे हैं।
टेस्ट से रिन्यू होगी मेंबरशिप
सीएस प्रैक्टिशनर और जॉब में रहने वाले सीएस को अपनी मेंबरशिप हर पांच साल में रिन्यू करना होती है, लेकिन अब मेंबरशिप तभी रिन्यू होगी जबकि वे टेस्ट पास करेंगे। इसका मॉड्यूल भी तैयार किया जा रहा है। सीएस मेंबर्स को हर साल 15 घंटे का क्रेडिट कोर्स पूरा करना होगा तभी उनकी मेंबरशिप रिन्यू होगीं।