दरअसल, राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण दिल्ली के संयुक्त सचिव संदीप पौण्डारिक की अध्यक्षता में केंद्रीय दल प्रदेश में बाढ़ का आकलन करने आया है। गुरुवार को सीएस और अन्य विभागों के प्रमुख सचिवों से दल ने हालात जाने। इस बैठक में सीएस मोहंती ने कहा कि बारिश से इतना नुकसान हुआ है कि केंद्र से तत्काल राहत की जरूरत है। धान को छोड़कर सभी फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस पर वित्त पीएस अनुराग जैन ने कहा कि धान की फसल भी खराब ही होनी है, क्योंकि पानी में डूब गई है। इस बीच राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने बताया कि अभी प्रदेश में बारिश हो रही है, इसलिए पूरे डाटा नहीं हैं। बारिश रुकने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। इसलिए वह जानकारी बाद में ही भेजी जाएगी। फसल नुकसान का सर्वे 24 सितंबर तक पूरा होगा। इसलिए मांग पत्र 27 सितंबर तक दिया जा सकेगा। रस्तोगी ने कहा कि अभी तक एसडीआरएफ के तहत 125 करोड़ दे चुके हैं। बैठक में केंद्रीय दल को बाढ़ राहत कार्यों का प्रजेंटेशन भी दिखाया गया। इसमें प्रदेश की ओर से की गई मदद का डाटा भी दिया गया।
5 जिलों में जाएगा दल, सीएम से भी करेंगे चर्चा
केंद्रीय दल दो दिन में पांच जिलों का भ्रमण करेगा। इसके बाद शुक्रवार को सीएम कमलनाथ से मुलाकात करेगा। पांच जिलों में विदिशा, रायसेन, राजगढ़, मंदसौर व आगर-मालवा के दौरे पर दल रवाना हो गया है।
शिवराज सिंह चौहान बुदनी व भार्गव रहली में आज देंगे धरना
प्रदेश में बाढ़ और अतिवृष्टि से बर्बाद हुईं फसलों के लिए किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर भाजपा शुक्रवार को प्रदेश में धरना देने जा रही है। पूर्व सीएम शिवराज ङ्क्षसह चौहान बुदनी में तो नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव रहली में धरना देंगे। जिन विधानसभा सीटों पर भाजपा के विधायक नहीं हैं, वहां सांसदों, पूर्व मंत्रियों और महापौरों की ड्यूटी लगाई गई है।