रेस्टिंग स्टेज में टूटते हैं बाल
बालों के बढ़ने से लेकर झड़ने की मुख्य रूप से तीन अवस्था होती है। ग्रोथ, रेस्ट और इरोजन। रेस्टिंग स्टेज में बाल एक बार बढ़ने के बाद स्थायी अवस्था में आ जाते हैं और कुछ समय के अंतराल के बाद झड़ने की प्रक्रिया शुरू होती है। कोरोना से रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के अलावा थायरॉइड, खून व पोषक तत्त्वों की कमी से भी बालों के झड़ने की प्रक्रिया चालू रहती है। आमतौर पर बीमारी से रिकवर होने के बाद बाल स्वतः अपनी ग्रोथ साइकिल पर आ जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी इनका झड़ना नहीं रुक रहा है तो डॉक्टर को दिखाएं।
इलाज के साथ खानपान पर ध्यान दें
पोस्ट कोविड बालों का झड़ना एक्यूट है यानी लंबे समय के लिए बाल नहीं झड़ते हैं। बालों के गिरने की तीव्रता और गंभीरता के अलावा अन्य लक्षणों के आधार पर विशेषज्ञ इलाज तय करते हैं। दवाओं या लोशन की जरूरत लगती है तो कुछ समय के लिए इन्हें देते हैं।
बालों की जड़ों को पोषण देते हैं विटामिन्स
बालों की सेहत के लिए प्रोटीन- आयरन सप्लीमेंट को प्रमुख माना जाता है। दालें, सोयाबीन, चुकंदर, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि खाएं। इसके लिए विटामिन्स भी बालों के लिए अहम है। मोटे अनाज की रोटी खाने से बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है। साथ ही पनीर, दूध, दही, छाछ को भी नियमित रूप से खानपान में शामिल करना चाहिए।