प्रदेश में करीब पांच लाख कर्मचारी-अधिकारी हैं। वित्त विभाग ने उन्हें सातवां वेतनमान लागू होने के बाद वेतन, इंक्रीमेंट आदि का लाभ लेने के संबंध में नवंबर 2017 तक ऑनलाइन फॉर्म भरने को कहा था। इस अवधि में करीब 50 हजार कर्मचारियों ने ही फॉर्म भरे। उनके आवेदन में भी गलतियां थीं। वित्त विभाग ने गलतियां सुधारने के लिए दो माह का समय दे दिया।
इसके बाद भी करीब डेढ़लाख अधिकारियों-कर्मचारियों ने ही फॉर्म भरे। विभाग ने एक मौका और देते हुए तारीख फरवरी तक बढ़ा दी थी। इसके बावजूद करीब दो लाख फॉर्म ही भरे जा सके। 50 हजार कर्मचारियों ने फॉर्म भरने में तमाम तरह की गलतियां की हैं।
– सुखबीर सिंह, आयुक्त कोष एवं लेखा फॉर्म भरने में तकनीकी दिक्कतें आ रहे ही हैं। कर्मचारियों को वेतन की गणना करने में भी दिक्कत हो रही है।
– रमेश राठौर, अध्यक्ष तृतीय वर्ग संविदा कर्मचारी संघ मप्र
भाजपा झाबुआ जिला अध्यक्ष को हटाया
वहीं दूसरी प्राप्त जानकारी में भाजपा ने झाबुआ जिला अध्यक्ष दौलतराम भावसार को पद से हटा दिया है। संगठन को दौलतराम के खिलाफ गंभीर शिकायतें मिली थीं। दौलतराम पर नगरीय निकाय चुनाव में भितरघात का आरोप सहित कई गंभीर अपराध पार्टी को लेकर लग चुके हैं।
बताया जाता है कि उनका विधायकों से भी तालमेल नहीं था। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने उनके स्थान पर मनोहर सेठिया को झाबुआ की जिम्मेदारी दी है।