आज भी भेल क्षेत्र के अन्ना नगर, सिक्यूरिटी लाइन में एक दर्जन डेरियां चल रही है। बारिश के समय ये पशु पालक मवेशियों को सडक़ पर छोड़ देते हैं, जिनके कारण हादसे होने लगे हैं। सबसे अधिक हादसे सिक्यूरिटी लाइन की सडक़ पर हो चुके हैं। बताया जाता है कि हाल ही में सिक्यूरिटी लाइन में दोपहर के समय शांति निकेतन निवासी एक युवती दोपहिया वाहन से जा रही थी। तभी अचानक दो मवेशी लड़ते हुए सडक़ पर आ गए और युवती के वाहन से टकरा गए। इस हादसे में युवती घायल हो गई।
गोविंदपुरा क्षेत्र के टूटे मकानों में खुल गई डेरियां
गोविंदपुरा, बरखेड़ा, सिक्यूरिटी लाइन, अन्ना नगर सहित अन्य क्षेत्र में पशु मालिकों ने भेल के टूटे मकानों का उपयोग करना शुरू कर दिया है, जबकि गोविंदपुरा में इन टूटे मकानों कर इनमें डेयरी संचालित की जा रही है। इन डेयरियों के पशु गोविंदपुरा की सडक़ों पर घूमते रहते हैं। नगर निगम का मवेशी वाहन भी खराब पड़ा है।
नगर निगम और भेल के पास नहीं है अमला
सडक़ पर घुमने वाले आवारा पशुओं को पकडकऱ कांजी हाउस में बंद करने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। निगम के पास बजट है, पर मवेशी पकडऩे का संसाधन नहीं है। इसलिए निगम, टाउनशिप के भीतर भेल प्रबंधन का जिम्मा करकर जिम्मेदारी से बच निकलता है। वही दूसरी ओर भेल प्रबंधन के पास मवेशी पकडऩे का कोई अमला नहीं है। इसलिए वह इसे निगम की जिम्मेदारी मानता है।
टाउनशिप में चल रही संचालकों को दिया है डेयरी हटाने का नोटिस
एनजीटी के निर्देश के बाद भेल प्रबंधन, टाउनशिप में चल रहे अवैध डेयरी संचालकों को हटाने का नोटिस दिया है। उन्हें हटाने के लिए नगर निगम और पुलिस के सहयोग की जरूरत है। जब दोनों विभागों का अमला मिलेगी, तभी यह संभव है। विनोदानंद झा, प्रवक्त भेल भोपाल