कम्प्यूटर बाबा ने पत्रिका से चर्चा करते हुए कहा कि नदी को खतरा पोकलेन मशीनों से हैं, यह नदी के अंदर से ज्यादा रेत निकालने के चक्कर में उसका इको सिस्टम बिगाड़ देती हैं, इससे मां नर्मदा सूख रही है। कम्प्यूटर बाबा ने कहा कि खुद मुख्यमंत्री भी चाहते हैं कि नर्मदा में मशीनों से रेत न निकाली जाए। बाबा ने मीडिया व दूसरे स्रोतों से मिली सूचना का हवाला देते हुए बताया कि दिन में रेत का अवैध खनन नहीं होता है।
वे भी दिन में कई इलाकों का दौरा कर चुके हैं, तब ऐसी बात देखने में नहीं मिली थी। वे खुद बाबाओं के साथ रात में भ्रमण कर छापा मारेंगे। जहां भी नदी में पोकलेन मिली उसे पकड़वाकर कार्रवाई करवाएंगे। नर्मदा हमारी आस्था का विषय है, बर्बाद नहीं होने देंगे। कंप्यूटर बाबा ने बताया कि हरदा जिले के कुछ स्थानों के बारे में उन्हें स्पष्ट जानकारी मिली है। अन्य स्थानों के बारे में भी बताया गया है, सभी जगहों को देखेंगे और मुख्यमंत्री को भी अवगत कराएंगे। वहीं बाबा का कहना है कि समय रहते ही नर्मदा के उत्खनन पर ध्यान नहीं दिया गया तो भविष्य में जल संकट और बढ जाएगा।