स्थिति इससे ही समझ सकते हैं कि नगर निगम मुख्यालय माता मंदिर के पास लिंक रोड किनारे एक हॉकर्स कॉर्नर विकसित हो गया। खुद हर्षवद्र्धन नगर के अंदर से लेकर मैनिट से नेहरू नगर के बीच इसमें काफी बढ़ोतरी हुई। इतना ही नहीं, वल्लभभवन के पास तक नया गुमठी बाजार विकसित हो गया और निगम के जिम्मेदार इन्हें हटाने की हिम्मत तक नहीं कर पा रहे। करीब डेढ़ माह पहले यहां निगम की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची थी, लेकिन बेरंग ही लौटना पड़ा।
अवैध गुमठियों से यहां अधिक दिक्कत
न्यू मार्केट के अंदर 400 से अधिक अवैध दुकानें, इसके आसपास 150 के करीब अवैध दुकानें हैं। पीएंडटी से जवाहर चौक तक 300 से अधिक अवैध दुकानें-गुमठियां रखी हुई। इस समय टीटी नगर एबीडी एरिया में जवाहर चौक के यहां अवैध गुमठियों-दुकानों की वजह से बुलेवार्ड स्ट्रीट का काम रूका हुआ है। नेहरू नगर-कोटरा में तो इस समय रोड किनारे ही 1200 अवैध दुकानें-गुमठियां है और ये अवैध गुमठियों का सबसे बड़ा क्षेत्र बन गया है। यहां बुधवार का हाट हटाकर शिफ्ट करने प्रशासन ने कवायद की, लेकिन अब इसे सडक़ पर रहने का लायसेंस दे दिया गया। इसमें 1000 से अधिक दुकानें लगती है और रोड जाम हो जाती है। बाणगंगा, श्यामला हिल्स, पोलीटेक्रिक चौराहा पर रोड साइड में अवैध कारोबार शुरू हैं।
…..और यहां अब तक हॉकर्स चालू नहीं
अवैध गुमठियों को एक तय ठिकाना देने के लिए हॉकर्स कॉर्नर विकसित किए जा रहे हैं। इसके लिए मैनिट के पास एक कॉर्नर बनकर तैयार है, लेकिन इसे शुरू नहीं किया जा सका। डिपो चौराहा, जवाहर चौक, कमला नगर और अन्य जगहों की गुमठियों के लिए भी निगम के पास कोई योजना नहीं है।
हम लगातार कार्रवाई करते हैं। टीम लगी हुई है। अवैध गुमठियों में लगातार कार्रवाई से असर हुआ है, कमी आ रही है और जल्द पूरी तरह से गुमठियों को शिफ्ट कर दी जाएगी।
– कमल सोलंकी, अपर आयुक्त अतिक्रमण
सडक़ पर कारोबार ठीक नहीं है। नए हॉकर्स कॉर्नर बनाकर शिफ्ट किए जा रहे हैं। नई कोई भी गुमठी न खुले इसके लिए निर्देश दिए हुए हैं। निगम अपना काम करता है। – पीसी शर्मा, क्षेत्रीय विधायक