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चांदी के सिंहासन पर निकले गणपति, कुंड में किया गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन

locationभोपालPublished: Sep 10, 2019 11:01:20 am

Submitted by:

Amit Mishra

dol gyaras डोल ग्यारस के साथ ही सोमवार से गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया।
डोल ग्यारस उत्सव समिति की ओर से पीपल चौक से चल समारोह निकाला गया।
100 से अधिक गणेश प्रतिमाएं और 40 से अधिक डोल शामिल थे

dol gyaras

भोपाल. डोल ग्यारस dol gyaras 2019 के साथ ही सोमवार से गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन Immersion का सिलसिला शुरू हो गया। सोमवार को पुराने और नए शहर से चल समारोह निकाले गए, इसमें अनेक गणेश प्रतिमाएं और डोल भी शामिल थे। इसी प्रकार अनेक समाजों के लोग भी डोल लेकर चल समारोह में शामिल हुए।

गणपति का दर्शन किया
डोल ग्यारस उत्सव समिति की ओर से पीपल चौक से चल समारोह निकाला गया। इसमें 100 से अधिक गणेश प्रतिमाएं और 40 से अधिक डोल शामिल थे। ढोल ढमाकों और उड़ते अबीर गुलाल के बीच चांदी के सिंहासन पर भोपाल के राजा सहित प्रतिमाओं की झांकियां और डोल लेकर श्रद्धालु गणपति बप्पा के जयकारे लगाते हुए चल रहे थे। चल समारोह पीपल चौक, लखेरापुरा, भवानी जहांगीराबाद होते हुए रात्रि में खटलापुरा पहुंचा। यहां प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान लोगों ने गणपति का दर्शन किया और प्रसाद ग्रहण किया।

चार भुजाजी मंदिर से निकला चल समारोह
नए शहर में शिवाजी नगर स्थित चार भुजाजी मंदिर से भी डोल ग्यारस चल समारोह निकाला गया। जिसमें चार भुजाजी मेवाड़ मंडल की ओर से 20 से अधिक गणेश प्रतिमाएं और आठ से अधिक डोल शामिल थे। ढोल ढमाकों, आकर्षक झांकियों के साथ जेपी अस्पताल, नूतन मार्केट, रोशनपुरा चौराहा होते हुए खटलापुरा मंदिर पहुंचा।

रजक समाज ने किया बुराइयों का विसर्जन
इस बार मालवीय रजक सामाज संघ ने एक सामाजिक पहल के तहत समाज में व्याप्त बुराइयों का विसर्जन किया। समाज के प्रकाश मालवीय ने बताया कि इस दौरान समाज के सदस्यों के मटकों पर शराब छोडऩे, दहेज प्रथा बंद करने, प्लास्टिक का उपयोग न करे, मृत्यु भोज पर प्रतिबंध, पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने जैसे स्लोगन लिखे और चल समारोह समापन के बाद उन मटकों का तालाब में विसर्जन किया।

अखाड़ों के युवक-युवतियों ने करतबों का प्रदर्शन कर शौर्य का परिचय दिया। अध्यक्ष नारायण सिंह कुशवाह ने बताया कि इसमें कृष्ण अर्जुन अखाड़ा, श्रीराम बजरंग अखाड़ा आदि शामिल थे।

दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
डोल ग्यारस के साथ गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला शुरू हो गया है। जल स्रोत और पर्यावरण सुरक्षित रहे, इसके लिए नगर निगम ने शहर में अनेक स्थानों पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए अस्थायी कुंड बनाए है। सोमवार को लोगों ने भी जागरुकता का परिचय देते हुए, इन कुंडों में प्रतिमाओं का विसर्जन किया। इसी प्रकार घरों में टब, बाल्टी, गमलों में भी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया।


इसके लिए आगे आना चाहिए
इसके अलावा अनंत चतुर्दर्शी के लिए हर वार्ड में जगह-जगह विसर्जन के लिए पात्र रखे जाएंगे। सोमवार को खटलापुरा स्थित घाट के पास बनाए गए कुंड के आसपास गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन करने के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी थी। लोगों का कहना था कि जल स्रोत को बचाने के लिए सभी को मिलकर भागीदारी निभानी पड़ेगी। इसलिए वे तालाब के बजाए कुंड में प्रतिमा विसर्जन कर रहे हैं। और लोगों को भी इसके लिए आगे आना चाहिए।


गमलों-क्यारियों में डाला विसर्जन का पानी
डोल ग्यारस के मौके पर सोमवारा मालीपुरा निवासी मुदित वर्मा ने घर पर स्थापित मिट्टी की गणेश प्रतिमा का विसर्जन बाल्टी में किया। उन्होंने बताया कि विधि-विधान से पूजा के बाद प्रतिमा का विसर्जन बाल्टी में किया। इसके बाद उस पानी को गमलों और क्यारियों में डाला गया।


मिट्टी के गणेश को घर में करेंगे विसर्जित
महर्षि पतंजलि परिसर गोदरमऊ निवासी कुंवर प्रसाद ने बताया कि रहवासियों ने मिट्टी के गणेश की स्थापना की है। वे प्रतिमा का विसर्जन अपने घरों में ही करेंगे।

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