जानकारों के अनुसार नेशनल पेंशन सिस्टम यानि एनपीएस एक बेहतर निवेश विकल्प माना जाता है। यह टैक्स सेविंग के लिहाज से भी अच्छा विकल्प माना जाता है। अगर आपने भी एनपीएस में अपना अकाउंट खुलवा रखा है तो यह सुनिश्चित कर लें कि 31 मार्च 2018 से पहले-पहले आपके अकाउंट में कम से कम 1000 रुपये जमा कराए जा चुके हों। ऐसा न होने की सूरत में आपका अकाउंट फ्रीज भी हो सकता है और फिर से अपना अकाउंट एक्टिव करवाने के लिए आपको 100 रुपये की पेनल्टी देनी पड़ेगी।
बेटियों के उज्ज्वल भविष्य के लिहाज से सुकन्या समृद्धि योजना को एक बेहतर स्कीम माना जाता है। इस स्कीम के तहत खोले गए अकाउंट में भी एक वित्त वर्ष के दौरान 1000 रुपये जमा करवाना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो मिनिमम डिपॉजिट न होने की सूरत में आपको 50 रुपये की पेनल्टी देनी पड़ सकती है।
टैक्स सेविंग और निवेश के लिहाज से पीपीएफ को भी एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इस अकाउंट में भी एक निश्चित राशि सुनिश्चित करनी होती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप सुनिश्चित कर लें कि 31 मार्च से पहले आपके अकाउंट में 500 रुपये जमा किए जा चुके हों। ऐसा न होने पर आपको 50 रुपये जुर्माना अदा करना होगा और इसी के बाद आपका अकाउंट फिर से एक्टिव किया जाएगा।
फिक्स्ड डिपॉजिट में पैसा इनवेस्ट करने से पहले आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी चीजों के बारे में भी जान लेना चाहिए। जानकारों के अनुसार 5 ऐसी ही अहम बातें हैं जो आपका जानना जरूरी है…
एफडी कराने से पहले यह अच्छी तरह जान लें कि इसमें लगाया गया पैसा पूरी तरह सेफ नहीं है। कॉर्पोरेट डिपॉजिट असुरक्षित लोन होते हैं, जिनमें कोई गारंटी नहीं होती। बैंकों के मामले में डिपॉजिट इंश्योरेंस ऐंड क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन (डीआईसीजीसी) एक कस्टमर के अधिकतम 1 लाख रुपये की गारंटी देता है और यह नियम बैंकों की हर ब्रांच के लिए लागू है। ऐसे में अगर आपके पास 3 से 4 लाख रुपये इनवेस्ट करने के लिए हैं तो इस रकम को अलग-अलग बैंकों में तीन-चार जगह इन्वेस्ट करना बेहतर होता है।
अलग-अलग बैंकों में इन्वेस्टमेंट करने का फायदा यह है कि इससे रिस्क कम हो जाता है। यह आपने कर भी दिया, लेकिन अगर पैसे को लंबी अवधि के लिए कम ब्याज दर पर लॉक-इन कर दिया है तो उससे होने वाले रिस्क का क्या! एफडी मेंअनिश्चितता बनी रहती है क्योंकि ब्याज दरें घटती-बढ़ती रहती हैं। इससे बचने के लिए ऐसे फिक्स्ड डिपॉजिट्स की एक सीढ़ी बनाइए जिनकी अवधि अलग-अलग हो। मसलन अगर आपके पास इन्वेस्ट करने के लिए चार लाख रुपये हैं, तो इस रकम को 1-1 लाख रुपये की चार डिपॉजिट में बांट लीजिए। फिर इन्हें 1, 2, 3 और चार साल के लिए फिक्स कर दीजिए। जब 1 साल वाली एफडी मच्योर हो, तो उसे 4 साल की एफडी में दोबारा इनवेस्ट कर दीजिए।
एफडी में इन्वेस्ट करने से पहले यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि आपने अवधि सही चुनी है। शुरू में ही अगर आपने लंबी अवधि के लिए इन्वेस्ट कर दिया और बीच में आपको एफडी तोड़नी पड़ गई तो समझिए आपको कम रिटर्न मिलेगा। मान लीजिए, आपका बैंक 1 साल की एफडी पर 9 फीसदी का रिटर्न ऑफर कर रहा है और पांच साल की एफडी पर 9.5 फीसदी रिटर्न दे रहा है। ऐसे में अगर आपको लगता है कि आपको पांच साल से पहले पैसे की जरूरत पड़ सकती है तो लंबी अवधि वाली एफडी में पैसा लगाने से बचें।
एफडी पर आपको जो भी ब्याज मिलेगा, वह पूरी तरह टैक्सेबल है। अगर एक साल में ब्याज की रकम 10 हजार रुपये से ज्यादा बढ़ जाती है तो बैंक या कॉर्पोरेट हाउस 10.3 फीसदी टैक्स सोर्स पर काट लेगा। रकम आपको यह टैक्स कटने के बाद ही मिलेगी। टैक्स की आपकी देनदारी का यहां अंत नहीं होता।
अगर आप सोचते हैं कि बच्चे या जीवनसाथी के नाम से एफडी में पैसे जमा करवाकर टैक्स से बच जाएंगे तो आप गलत हैं। अगर आप अपने बच्चे या जीवनसाथी को पैसा देते हैं, तो आपके ऊपर टैक्स की देनदारी नहीं बनेगी, लेकिन इस पैसे को उनके नाम से इन्वेस्ट कर दिया गया तो उससे होने वाली आमदनी को आपकी आमदनी में जोड़ा जाएगा। फिर उसी हिसाब से टैक्स लगेगा। अगर कोई शख्स अपने जीवनसाथी के नाम से एफडी में पैसा जमा करता है, तो उससे होने वाली आमदनी को उसकी आमदनी के तौर पर माना जाएगा। 18 साल से कम उम्र के नाबालिग बच्चों के मामले में नियम थोड़े अलग हैं।
– डीएसपी ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड ने 9 महीने की क्लोज एंडेड स्कीम लॉन्च की है। इसका नाम है डीएसपी ब्लैकरॉक एफएमपी सीरीज 53। यह एनएफओ सब्सक्रिप्शन के लिए इस समय खुला हुआ है।
– डीएसपी ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड ने 36 महीने की क्लोज एंडेड इनकम स्कीम लॉन्च की है जिसका नाम है डीएसपी ब्लैकरॉक ड्यूअल अडवांटेज फंड सीरीज 4। यह एनएफओ 19 जून तक खुला रहेगा।
– बड़ौदा पायनियर म्यूचुअल फंड ने बड़ौदा पायनियर बैंकिंग ऐंड फाइनैंशल सर्विसेज फंड नाम से ओपन एंडेड स्कीम लॉन्च की है। एनएफओ 15 जून को बंद हो जाएगा। इसमें कोई एंट्री लोड नहीं है, लेकिन 365 दिन से पहले अगर आप बाहर आते हैं तो 1 फीसदी का एग्जिट लोड देना होगा।
– कैनरा रॉबेको एएमसी ने कैनरा रॉबेको गोल्ड सेविंग्स फंड लॉन्च किया है। 4 जून से शुरू हुआ यह फंड 18 जून तक खुला रहेगा। एक साल से पहले बाहर आने पर इसमें 2 फीसदी का एग्जिट लोड लगेगा।