इसके अलावा पंचायत सचिव और वार्ड कार्यालय प्रभारी स्तर तक के अधिकारी-कर्मचारियों की शिकायतें भी की गई हैं। अधिकारियों की शिकायत राजनीतिक दलों ने पार्टी विशेष के पक्ष में काम करने को लेकर की है। यह पहला मौका है, जब आचार संहिता लागू होने से पहले इतनी शिकायतें आयोग पहुंची हैं। आयोग ये शिकायतें जीएडी व संबंधित विभागों को जांच और कार्रवाई के लिए भेज रहा है।
इन अधिकारियों की शिकायतेंबीएस शर्मा, कमिश्नर, ग्वालियर संभाग
कांग्रेस ने शिकायत कर कहा है कि शर्मा भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। वह ग्वालियर के ही रहने वाले हंै। यहां पर पहले भी विभिन्न पदों पर रह चुके हैं। निष्पक्ष मतदान के लिए इन्हें हटाया जाना जरूरी है।
– मुकेश शुक्ला, कलेक्टर, सतना
कांग्रेस ने शिकायत में कहा है कि मुख्यमंत्री की जन आशीर्वाद यात्रा में कलेक्टर शामिल हुए थे। कुछ अधिकारियों को भी इसकी अगवानी के लिए भेजा था। भीड़ जुटाने का काम भी किया।
– माल ङ्क्षसह भयडिय़ा, कलेक्टर, उमरिया
कांग्रेस का कहना है कि भयडिय़ा भाजपा के लिए काम कर रहे हैं। साथ ही एक वर्ग विशेष को संरक्षण देते हैं। इनके वहां रहने से कांग्रेस का वोट बैंक प्रभावित होगा। इन्हें यहां से हटाया जाए।
– सिमाला प्रसाद, एसपी, राजगढ़
कांग्रेस ने शिकायत में कहा है कि सिमाला के पिता भागीरथ प्रसाद भाजपा से सांसद हैं। यह एक पार्टी विशेष के लिए काम कर रही हैं। इन्होंने हाल ही में जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर ट्वीट भी किया था।
– कुमार सौरभ, एसपी, शहडोल
इनकी शिकायत भाजपा ने की है। भाजपा का कहना है कि सौरभ एक वर्ग विशेष के लिए काम करते हैं। भारत बंद के दौरान लोगों पर लाठीचार्ज कर इन्होंने पार्टी के जनाधार को कमजोर करने की कोशिश की है। निष्पक्ष चुनाव के लिए इन्हें शहडोल से हटाया जाए।
– रघुबीर प्रसाद मीणा, कमांडेंट, एसएएफ गुना
इनकी शिकायत कांग्रेस ने की है। कांग्रेस का कहना है कि यह भाजपा के पक्ष में काम कर रहे हैं। इसके साथ ही कांग्रेस के वोटरों और कार्यकर्ताओं को प्रभावित करने में कई महीनों से काम कर रहे हैं। इनकी पत्नी ममता मीणा भाजपा से विधायक हैं।