दरअसल, हनीट्रैप में शामिल श्वेता स्वपनिल जैन की रईशी देख पड़ोसी हैरान हो गए थे। छापेमारी के दौरान इसके घर से लाखों रुपये कैश मिले थे। यहीं नहीं बैंक लॉकर से भी लाखों मिले थे। श्वेता मर्सिडीज और ऑडी जैसी गाड़ियों से घूमती थी। आयकर विभाग इस मामले की जांच कर रही है, आखिर लग्जरी लाइफ जीने वाली श्वेता स्वपनिल जैन के इनकम के स्त्रोत क्या हैं।
इनकम टैक्स ने कसा शिकंजा
वहीं, श्वेता विजय जैन को इंदौर स्थित जेल से भोपाल स्थित आयकर विभाग के मुख्यालय में सोमवार को लाया गया। आयकर विभाग के कई अधिकारी श्वेता विजय जैन के इनकम के बारे में पूछताछ करेंगे कि आखिरी उसके पास इतना कैश कहां से आया। साथ ही उन अधिकारियों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करेगी। अगर बल्लैकमेलिंग कर पैसे की उगाही कि तो देने वाले लोग कौन थे।
वहीं, श्वेता विजय जैन को इंदौर स्थित जेल से भोपाल स्थित आयकर विभाग के मुख्यालय में सोमवार को लाया गया। आयकर विभाग के कई अधिकारी श्वेता विजय जैन के इनकम के बारे में पूछताछ करेंगे कि आखिरी उसके पास इतना कैश कहां से आया। साथ ही उन अधिकारियों के बारे में भी जानकारी इकट्ठा करेगी। अगर बल्लैकमेलिंग कर पैसे की उगाही कि तो देने वाले लोग कौन थे।
पैसे देने वाले लोगों से भी हो सकती है पूछताछ
अगर पूछताछ के दौरान श्वेता विजय जैन उन अधिकारियों का नाम ले लेती है, तो उनकी भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आय़कर विभाग उनसे भी पूछताछ करेगी। आखिर इन्हें देने के लिए इतनी बड़ी राशि उनके पास कहां से आई है। बताया जा रहा है कि श्वेता विजय जैन के बाद दूसरे आरोपियों से भी इस मामले में आयकर विभाग जल्द ही पूछताछ करेगी।
अगर पूछताछ के दौरान श्वेता विजय जैन उन अधिकारियों का नाम ले लेती है, तो उनकी भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। आय़कर विभाग उनसे भी पूछताछ करेगी। आखिर इन्हें देने के लिए इतनी बड़ी राशि उनके पास कहां से आई है। बताया जा रहा है कि श्वेता विजय जैन के बाद दूसरे आरोपियों से भी इस मामले में आयकर विभाग जल्द ही पूछताछ करेगी।
एक आईएएस ने दिए एक करोड़
पुलिस ने हनीट्रैप मामले में जो चार्जशीट दाखिल की है, उसके मुताबिक वीडियो के बदले एक आईएएस अधिकारी ने इन्हें एक करोड़ रुपये दिए थे। जिसका बंटवारा श्वेता विजय जैन, आरती दयाल और पत्रकार गौरव शर्मा के बीच हुआ था। साथ ही एक और आईएएस ने इन्हें बीस लाख रुपये दिए थे। साथ ही कई बिजनेसमैन से भी वसूली की बात चार्जशीट में लिखी गई है।
छूटने के बाद सब कुछ बता दूंगी
पेशी के लिए भोपाल आई श्वेता विजय जैन से जब पूछा गया कि आप कुछ कहना चाहेंगी तो बोली कि नहीं। उसके बाद वह बोली कि मेरे को छूट जाने दीजिए, मैं सब कुछ बता दूंगी। वहीं, साजिश के सवाल पर श्वेता ने कहा कि आपलोगों ने इतना अच्छा छाप दिया है कि मेरे लिए अब कुछ बचा ही नहीं है। गौरतलब है कि श्वेता विजय जैन को इंदौर से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भोपाल लाया गया है।
पेशी के लिए भोपाल आई श्वेता विजय जैन से जब पूछा गया कि आप कुछ कहना चाहेंगी तो बोली कि नहीं। उसके बाद वह बोली कि मेरे को छूट जाने दीजिए, मैं सब कुछ बता दूंगी। वहीं, साजिश के सवाल पर श्वेता ने कहा कि आपलोगों ने इतना अच्छा छाप दिया है कि मेरे लिए अब कुछ बचा ही नहीं है। गौरतलब है कि श्वेता विजय जैन को इंदौर से भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भोपाल लाया गया है।
लोगों के पास भेजती थी लड़कियां
चार्जशीट के अनुसार श्वेता हनीट्रैप गिरोह में भोली-भाली लड़कियों को भी ख्वाब दिखाकर शामिल करती थी। उन्हें भी अपने झांसे में लेकर अधिकारियों और नेताओं के पास भेजती थी। फिर चुपके से उनका वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी। बदले में मोटी रकम की वसूली होती थी। उस रकम का बंटवारा गिरोह में शामिल लोगों के बीच होता था।
चार्जशीट के अनुसार श्वेता हनीट्रैप गिरोह में भोली-भाली लड़कियों को भी ख्वाब दिखाकर शामिल करती थी। उन्हें भी अपने झांसे में लेकर अधिकारियों और नेताओं के पास भेजती थी। फिर चुपके से उनका वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करती थी। बदले में मोटी रकम की वसूली होती थी। उस रकम का बंटवारा गिरोह में शामिल लोगों के बीच होता था।