आयकर विभाग के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (मप्र-छग) एके चौहान ने शुक्रवार को मीडिया से चर्चा करते कहा कि विभाग ने कंपनियों के पंजीयन विभाग, सीजीएसटी, एसजीएसटी, नगर निगम एवं नगर पालिका के माध्यम से लोगों का जो डेटा एकत्र किया है उसके आधार पर हम टैक्स कलेक्शन को पूरा करने की रणनीति पर काम कर रहे है।
उन्होंने बताया कि विभाग ने कंपनी रजिस्ट्रार से ऐसे लोगों की सूची प्राप्त कर ली है जिन्होंने टैक्स रिपोर्ट तो जमा कर दी है लेकिन रिटर्न जमा नही किया है। ऐसी करीब 1600 कंपनियां है जिन्हें नोटिस जारी किया है।
जिन लोगों ने सीजीएसटी एवं एसजीएसटी विभाग में पहली बार रजिस्ट्रेशन कराया, उनका मिलान करने पर करीब 37 हजार लोग चिन्हित किए गए है। इसके अलावा मध्यप्रदेश दुकान स्थापना के पंजीयन के माध्यम से भी इस दिशा में काम किया जा रहा है।
आयकर दिवस ( Income tax day ) की 159वीं वर्षगांठ
आयकर विभाग लोगों को ईमानदारी से टैक्स भरने के लिए प्रेरित कर रहा है। इसी के साथ 24 जुलाई 2019 को मनाये जाने वाले आयकर दिवस की 159वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 10 जुलाई से 24 जुलाई तक आयकर पखवाड़े का आयोजन किया गया है। इस पखवाड़े में राज्य के सभी जिलों में नि:शुल्क मेडिकल चेकअप कैंप का आयोजन किया जाएगा। पहली बार कर चुकाने वाले करदाताओं को इस साल आयकर दिवस पर 24 जुलाई को सम्मानित किया जाएगा।
28,967 करोड़ का मिला है लक्ष्य
आयकर विभाग (मप्र-छग) ने वित्त वर्ष 2018-19 में 23,334 करोड़ रुपये का आयकर संग्रहण किया था, जो पिछले वित्त वर्ष से लगभग 13.4 प्रतिशत अधिक था। इस वित्त वर्ष में आयकर विभाग को 28,967 करोड़ रुपये आयकर संग्रहण का लक्ष्य मिला है।
चौहान ने कहा कि पिछले साल (2018-19) में 6,85,651 नए करदाताओं को विभाग के साथ जोडऩे का लक्ष्य मिला था और विभाग ने 7,06,487 नए करदाता जोड़े जो लक्ष्य से लगभग 3 प्रतिशत अधिक था। इस साल 2019-20 में 7,05,637 नए करदाता जोडऩे का लक्ष्य आयकर विभाग (मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़) को मिला है।