इसका मतलब ये नहीं है कि आप महंगी शादियां नहीं कर सकते हैं, आप चाहे जितनी भी महंगी शादी करें, लेकिन आपके पास धड़ल्ले से खर्च किए जा रहे लाखों रुपए का हिसाब किताब होना चाहिए, ताकि आपको किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, क्योंकि अब आयकर विभाग 50 लाख रुपए से अधिक खर्च होने वाली शादियों पर नजर रखेगा।
महंगे होटलों और रिसोर्ट में होने वाली शादियों सहित अन्य निजी आयोजनों पर होने वाले खर्च पर भी अब आयकर विभाग नजर रखेगा। ऐसी पार्टी जिसमें 50 लाख या इससे अधिक राशि खर्च हो रही है तो उनके आयोजकों को आयकर के नोटिस मिल सकते हैं। आयकर अधिकारी पिछले 10 साल तक की इनकम के रिकॉर्ड की पड़ताल कर सकते हैं। पिछले साल तक जमीन, सोना और प्रॉपर्टी ही आयकर की जांच में शामिल थी, लेकिन नए प्रावधानों में अब शादी समारोह सहित निजी आयोजन पर होने वाले खर्च को भी इसके दायरे में लाया गया है।
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ब्याज के साथ भारी पैनल्टी
कर सलाहकारों के अनुसार संपत्ति खरीदी या खर्च में 50 लाख से ज्यादा की राशि का उपयोग किया और जांच में आय के प्रमाण पेश नहीं किए तो ब्याज के साथ भारी पैनल्टी का प्रावधान किया गया है।