पंडित ओमप्रकाश शुक्ला के अनुसार अक्षय तृतीया अबूझ मुहूर्त वाला शुभ दिन कहलाता है। इस दिन विवाह के महाकुंभ से लेकर वाहन खरीदी,जमीन,भवन ,सोना खरीदी के साथ नया अनुबंध और नया कारोबार शुरू करना भी शुभ विशेष फलदायी माना जाता है।
मान्यता है कि स्वर्ण धातु पर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु हरि का आधिपत्य है। साथ ही जीवन में खुशहाली व सुख समृद्धि के दाता देवी देवता भी यहां कारक के रूप में विराजित हैं। इस दिन खरीदी गई इन वस्तुओं के संबंध में मान्यता है कि ये खरीददार के पास हमेशा स्थायी रूप से बनीं रहती हैं ।
पंडित शुक्ला के अनुसार इन्हीं कारणों से अक्षय तृतीया पर वस्तुओं की खरीदी का बरसों से चलन है। वहीं उनका कहना है कि सोना खरीदने की दूसरी वजह यह भी मानी जाती है कि वैशाख महीने की अक्षय तृतीया आखा तीज से ही पुन: विवाह की शुरूआत होती है। दरअसल वर-वधुओंं को भी स्वर्ण आभूषण की आवश्यकता होती है। ऐसे में भी कुछ लोग इसका संबंध जोड़ते हैं।
सोने के बड़े दाम…
वहीं जिले में सामने आ रही सूचनाओं के अनुसर अक्षय तृतीया पर खरीदी के लिए लोगोंं ने अभी से सराफा दुकानों पर स्वर्ण आभूषणों की बुकिंग शुरू कर दी है। ताकि उन्हें उस दिन मनपसंद के स्वर्ण आभूषण चांदी के जेवर आसानी से मिल सकें।
वहीं सराफा बाजार में पिछले दो तीन दिन पहले ही सोने के दाम में उछाल मारते हुए 3 हजार प्रति तोला से बढ़कर 31 हजार 500 रूपए प्रति 10 ग्राम हो चुके हैं। जबकि एक सप्ताह पहले ये 3 हजार रूपए प्रति ग्राम सोना के रेट थे।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कोई एक चीज घर लाएं…
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार इस दिन सोना खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन अगर सोना नहीं खरीद पाएं तो ये चीजें जरूर खरीद लें।
– इस दिन आप मां लक्ष्मी के चांदी की चरण पादुका ला सकते हैं। इन्हें पूजन कर शुभ समय में मंदिर में स्थापित करें।
– इस दिन आप मां लक्ष्मी की पारद मूर्ति या लक्ष्मी यंत्र भी घर ला सकते हैं। इससे विधि विधान से पूजा करके मंदिर में स्थापित कर सकते हैं।
– इस दिन आप कोई भी बर्तन घर में ला सकते हैं। अगर आप यह चीज घर में लाएंगे तो आपके घर में बरक्कत होगी।
– इस दिन आप दो या चार पहिया वाहन भी खरीद सकते हैं। इसे खरीदने से आपके भाग्य के रास्ते खुलने लगेंगे।
पंडितों व ज्योतिषों के मुताबिक अक्षय तृतीया का अर्थ जिसका कभी क्षय नहीं हुआ हो है। यही वजह है कि लोगों की भीड़ इस दिन जरूरत की सामग्री की खरीदी इस भावना व विश्वास के साथ करते हैं कि वह उनके पास अधिक समय तक रहेगी। इस दिन भूमि, वाहन और सोने के जेवरातों की ज्यादा खरीदी होती है।
जानकारों के अनुसार पुराने जमाने में लोग जमीन और सोना को स्थायी संपत्ति के रूप में मानते थे। तभी से अक्षय ततीया पर स्वर्ण आभूषण खरीदी का चलन बढ़ गया, पंडित मुकेश भार्गव व राममोहन चतुर्वेदी ने बताया कि सोने पर माता लक्ष्मी,भगवान श्रीहरिविष्णु और सूर्य का आधिपत्य है।
ये तीनों देवी देवता धन,यशकीर्ति व सुख समृद्धि प्रदान करने वाले देव हैं। सोने का शुद्ध मानते हुए मंदिरों के शिख कलशों को लगाने की परंपरा भी इन्हीं कारणों से है। अक्षय तृतीया में बुधवार को इस साल खरीदी के भी शुभ योग बन रहे हैं।
पंडित दुर्गा प्रसाद शर्मा,कृष्णमोहन चतुर्वेदी के मुताबिक अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर भगवान श्रीहरिविष्णु का भगवान परशुराम के रूप में अवतार हुआ था। पंडित शर्मा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धियोग का होना भी इस दिन शुभ संयोग है। यह दिन और अधिक शुभता प्रदान करे। इसके लिए सूर्यदेव को जल चढ़ाने के साथ ही सत्तू,ककड़ी और तरबूज खरबूज ,सकोरे व घड़े जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। इससे कारोबार व घरों में सुख समृद्धि बनीं रहती है।
खरीददारी के लिए शुभ मुहूर्त…
बुधवार अक्षय तृतीया पर सुबह 9.02 से दोपहर 12.21 बजे तक: अमृत व शुभ सोग।
दोपहर- 3.18 बजे से 7.45 बजे तक चर लाभ रहेगा।
रात 8.05 बजे से 11.33 बजे तक -शुभ,अमृत योग रहेगा।
1. मेषः सोना, पीतल, तांबा खरीद और दान कर सकते हैं। 2. वृषः चांदी सफेद वस्तु खरीद और सरबत का दान कर सकते हैं।