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Exclusive: धोनी के बाद अच्छा और समझदार कप्तान भारतीय टीम को मिला

locationभोपालPublished: May 13, 2018 07:17:03 pm

Submitted by:

Manish Gite

Exclusive: कांबली ने सचिन के बारे में बताई ऐसी बात, जिसे शायद ही कोई जानता होगा

vinod kambli

 


भोपाल। भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली का कहना है कि महेंद्र सिंह धोनी के बाद अब भारतीय टीम को समझदार और अच्छा केप्टन मिला है। कांबली रविवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पत्रिका के आफिस में चर्चा कर रहे थे। उन्होंने सचिन के बारे में कहा कि एक दिन फिर ऐसा आएगा, जब दुनिया हम दोनों को साथ-साथ खेलते हुए देखेगी।

कांबली ने कहा कि केप्टनशिप में कोई कमी नहीं है। विराट कोहली लीड कर रहे हैं। केप्टन रिस्पांसब्लिटी भी बढ़िया निभा रहे हैं। तारीफ मिलती है, तो वो उसका हकदार वो है, कोई फेलियर होती है, तो उसका भी हकदार वही है। कांबली ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के बाद एक अच्छा और समझदार केप्टन भारतीय टीम को मिला है।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी और सचिन तेंदुलकर के बचपन के दोस्त विनोद कांबली रविवार को पत्रिका कार्यालय में थे। एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने आए कांबली पत्रिका समाचार पत्र के आफिस भी पहुंचे। उन्होंने यहां पत्रिका के कर्मचारियों के साथ बातचीत की और फेसबुक के जरिए अपने फेंस से LIVE बातचीत भी की।

IPL से लोगों में क्रिकेट के प्रति दिवानगी कम होने के बाद पर कांबली ने कहा कि आईपीएल का क्रेज खत्म नहीं हुआ है। सब जगह ऐसे मैच चालू है। आईपीएल एक एंटरटेनमेंट पैकेज है।

 

मुझे वापस ग्राउंड पर लाया सचिन
कांबली ने कहा कि मैं टीवी पर एक्सपर्ट के तौर पर अपने सेवाएं देता था। लेकिन, सचिन ने मुझे एक दिन बुलाया और कहा कि तू ग्राउंड से बिलांग करता है, तू ग्राउंड का आदमी है, तुझे ग्राउंड पर रहना चाहिए। तो सचिन का धन्यवाद। उसी ने मुझे वापस ग्राउंड पर लाया। अब मैं नए बच्चों को ग्राउंड में क्रिकेट की कोचिंग देने जा रहा हूं।
रूरल एरिया से निकालेंगे खिलाड़ी
कांबली ने अपने कोच आचरेकर से निशुल्क ट्रेनिंग ली थी। क्या आप इसी तरह की कोई बात को आगे बढ़ाना चाहेंगे। इस सवाल पर कांबली ने कहा कि मैं रूरल क्षेत्र के खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने पर विचार कर रहा हूं, क्योंकि वहां काफी टेलेंट भरा पड़ा है।
vinod kambli
IPL में खेल की कोई टेक्निक नहीं होती
एक के बाद एक आईपीएल, टी-20, टेस्ट, वन डे के मैच खेलने पर खिलाड़ियों पर बढ़ते प्रेशर के बारे में कांबली ने कहा कि वन डे और टेस्ट मैचेस होंगे तो प्लेयर्स को मौका मिलेगा। आईपीएल और टी-2- में हूनर पता नहीं चलता है। टेस्ट मैच सबसे बड़ा गैम। आप बिसन सिंह बेदी से लेकर अब तक सभी खिलाड़ियों से पूछेंगे तो वे कहेंगे टेस्ट। आईपीएल और टी-20 में खेल की कोई टेक्निक नहीं है। आओ और मारो सिर्फ।
करियर की बर्बादी पर दिया ऐसा जवाब
कहा जाता है कि विनोद कांबली का जो करियर ग्लेमर, लाइफ स्टाइल ने बर्बाद कर दिया, तब वे 1996 के स्टार प्लेयर थे। इस प्रश्न पर कांबली ने कहा कि हमारी भी लाइफ है। 24 घंटे क्रिकेट के बारे में तो सोच नहीं सकते। हमें भी फ्रेंड्स के साथ घूमने का मौका देना चाहिए। हम जब खेलते हैं तो पूरा डेडीकेट होकर खेलते हैं।
vinod kambli
इनडिसीप्लीन का लगा दिया टैग
कांबली ने कहा कि मुझे अचानक बोल दिया गया कि आप ड्रॉप हो। मुझे टीम में नहीं रखा गया। मुझे कारण भी नहीं बताया गया। मेरे ऊपर इनडिसीप्लीन का टैग लगा दिया गया। यह तो गलत है। मैं एक ही प्लेयर हूं, जिसने 9 कमबैक किया। कांबली वनडे टीम में अंदर-बाहर होते रहे। मुझे खेलना था इसलिए कमबैक किया। इस मामले में मुझे मेरी मुंबई की रणजी टीम ने मदद की।
कांबली को टीम से हटाने पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि यह बोर्ड की पॉलीटिक्स थी या कुछ और। यह समस्या अपने दोस्त सचिन से शेयर करने की बात पर कांबली ने कहा कि वो इस बारे में क्या कर सकता था। कोई जवाब देने को तैयार नहीं था।
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सचिन की क्रिकेट से विदाई पर कांबली ने बोली ये बात
सचिन की अचानक विदाई पर कांबली ने कहा कि सचिन खुश है। उसने इतने साल क्रिकेट खेला जो बहुत मुश्किल है। विदाई के समय वो भावुक हो गए थे। वो इतने सालों में कभी भावुक नहीं हुआ। एक कप्तान की विदाई कैसी होना चाहिए। जिन्होंने भारतीय टीम को बड़ा योगदान दिया। क्या यह विदाई सम्मानजनक है इस पर काबली ने कहा कि सभी की विदाई सम्मानजनक होना चाहिए।
दूसरा सचिन कांबली की अकेडमी से निकलेगा या अपने आप
मेरा बेटा भी मेरे अंडर में ट्रेनिंग ले रहा है। वो अपने स्कूल में भी अच्छा खेल रहा है। वो अच्छा सॉकर भी खेलता है। मैं उसे फोर्स नहीं करुंगा।
सचिन का बेटा गुड
सचिन के बेटे को क्रिकेट की टिप्स देने के बारे में कांबली ने कहा कि जो सचिन बोलता है उसका बेटा भी वैसा ही करता है। बहुत अच्छा लेफ्टआर्म खिलाड़ी बनेगा।

यहां देखिए पूरा इंटरव्यू

क्रिकेट पॉलीटिक्स पर बोले कांबली
मुंबई या कई बड़े उद्योगपतियों के बच्चे भी छोटे स्टेट की रणजी टीम में आ जाते हैं। क्या वे दूसरे बच्चों का हक नहीं मार रहे हैं। इस सवाल पर कांबली ने कहा कि यह स्टेट की एसोसिएशन को सोचना होगा। उन्हें भी मेरिट्स के आधार पर ही चयन करना चाहिए। मुंबई में ऐसा नहीं होता है। मेरिट है तो ही खेल पाएंगे।
मध्यप्रदेश की रणजी पर बोले
मध्यप्रदेश रणजी में क्या परफार्म करेगा या ये अपनी ही पॉलीटिक्स में खत्म हो जाएगा। इस सवाल पर कांबली ने कहा कि जब हम खेला करते थे। संदीप पाटिल, राजेश चौहान जैसे खिलाड़ी सब खेलते थे। प्लेयर सभी अच्छे थे। जम्मू-कश्मीर भी अच्छा खेल रही है। विदर्भ ने भी रणजी में कमाल कर दिया। इसलिए ऐसा नहीं कह सकते।
बड़े नाम रणजी पर ध्यान नहीं देते
बड़े खिलाड़ी रणजी में एक-दो मैच ही खेलते हैं, इसके बाद स्टेप डाउन खिलाड़ी खेलते हैं या स्ट्रगल वाले खिलाड़ी खेलते हैं। यह तो हमारे लिए कमबैक होता है। स्टेट की एसोसिएशन को स्ट्रिक्ट रूल लागू करना पड़ेगा। जितना जरूरी है उतना तो खेलना पड़ेगा।
कांबली की नजर में कौन है सबसे बेस्ट केप्टन
भारतीय टीम में रैंकिंग के आधार पर कौन-सा कैप्टन सबसे बेहतर है। इस सवाल पर कांबली ने कहा कि यह बताना बहुत ही मुश्किल है। आईसीसी की रैंकिंग पर भी मुझे भरोसा नहीं है।
सचिन के पैर छूने वाला फोटो हुआ था वायरल
कांबली ने कहा कि वो मजाक था। हम लोग तो बचपन के दोस्त हैं। गावस्कर सर ने मुझे मेडल पहनाने वाले थे। तो उन्होंने सचिन के हाथ में दे दिया। क्रिकेट के भगवान ने खुद मुझे मेडल पहनाया। इसलिए मैने मजाक किया था।
दोस्त से ईर्ष्या पर दिया यह जवाब
दोस्त सचिन की सफलता पर ईर्ष्या पर कांबली ने कहा कि क्रिकेट रहे या कुछ और हो। कभी सफलता पर ऐसी भावना नहीं आई। हम एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं। यह बचपन से ही हमारी आदत रही है। हम स्वस्थ्य कांपीटिशन करते थे।
सचिन-कांबली की वड़ा पाव हिस्ट्री
कांबली ने बताया कि वो 100 रन करता था तो मैं 200 करता, तो वो 300 करता था। एक दूसरे में हेल्दी कांपीटिशन करते थे। मैं 200 रन बनाता था तो वो 20 वड़ा पाव देता था। वो बनाता था तो मैं देता था। यह हमारी वड़ा पाव हिस्ट्री है।

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